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सरकार की टालमटोल की नीति के कारण ग्रामीण सफाई कर्मचारीयों ने काली दिवाली बनाने का निर्णय लिया

Posted by : pramod goyal on : Friday 10 November 2023 0 comments
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 फरीदाबाद  10 नवंबर हरियाणा सरकार की टालमटोल की नीति के कारण ग्रामीण सफाई कर्मचारीयों ने काली दिवाली बनाने का निर्णय लिया है। कल शनिवार 11 नवंबर को प्रदेश के मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया जाएगा। यह घोषणा जिला प्रधान महेंद्र सिंह माडोतिया ने  ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को  संबोधित करते हुए दी।आज भी हल्की-फुल्की बा


रिश के बीच में जिला मुख्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने जमकर सरकार विरोधी नारे लगाए। कर्मचारी वेतन कटौती को वापस लो। सभी कर्मचारियों के वेतन का भुगतान करो के नारे लगा रहे थे। प्रदर्शन  का संचालन जिला सचिव दिनेश पाली ने किया। प्रदर्शनकारियों को  सीटू के जिला सचिव वीरेंद्र सिंह डंगवाल ने‌ संबोधित किया । उन्होंने विकास और पंचायत विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव  पर ग्रामीण सफाई कर्मचारियों की मांगों की अनदेखी करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पंचायत मंत्री जी के साथ 20 अगस्त 2022 को टोहाना तथा 26 दिसंबर 2022 को चंडीगढ़ में विस्तार से वार्ता हो चुकी है। इसके बाद 28 जून 2023 को टोहाना में फिर वार्ता हुई थी। लेकिन ये  सभी बातचीत बेनतीजा रही। इसके बावजूद अब तक कोई समाधान नहीं हुआ‌। 13 जनवरी 2023 को अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री अनिल मलिक की अध्यक्षता में फिर बैठक हुई। उसमें सभी मांगों पर सहमति बन गई थी। इतना  कुछ होने के बाद भी समस्याओं का निराकरण नहीं हो पा रहा है।हरियाणा के इन 11हजार सफाई कर्मचारियों को विभाग  में काम करते हुए आज 17 साल हो चुके हैं। इन 17 सालों में 9 साल से माननीय श्री मनोहर लाल खट्टर मुख्यमंत्री जी की सरकार है। तथा इन 9 वर्षों में ग्रामीण सफाई कर्मचारियों का आर्थिक और सामाजिक शोषण ज्यादा हुआ है।।काम पक्का है।और कर्मचारी कच्चे  है। ये कब तक चलता रहेगा।आज तक भी सरकार ने इन कर्मचारियों को पक्का करने को लिए नीति नहीं बनाई।उन्होंने कहा कि ग्रामीण सफाई कर्मचारियों की फाइल मुख्यमंत्री के कार्यालय में  पड़ी  हुई है। लेकिन सरकार के स्तर पर सुनवाई नहीं हो रही। यूनियन की मुख्य मांगों में न्यूनतम26   हजार  रुपया  लागू करने ।सभी सफाई कर्मचारियों को पहचान पत्र प्रदान दिए जाएं। ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को महंगाई भत्ता दिया जाए। ग्रामीण क्षेत्रों में दो हजार की आबादी पर एक कर्मचारी लगाने के बजाय 400 की आबादी पर एक स्थाई कर्मचारियों की नियुक्ति की जाए। डोर टू डोर सफाई कर्मचारियों को भी ग्रामीण सफाई कर्मचारियों के बराबर का वेतन दिया जाए। इनको वर्दी भत्ता भी मिलना चाहिए। यूनियन ने ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को काम करने के लिए औजार हेतु ₹500 प्रतिमाह भत्ता देने की मांग की है। प्रत्येक सफाई कर्मचारी को₹500 प्रतिमाह वर्दी धुलाई भत्ता देने के लिए भी सरकार को प्रतिवेदन दिया है। आज की हड़ताली सभा को राजू प्रधान तिगांव, राजू नरावली, उपप्रधान बल्लभगढ़ नरेश प्रधान फरीदाबाद के अलावा ओमप्रकाश , धर्मेंद्र, विकास  ने भी संबोधित किया।

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