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पलवल में डाले जाने वाले 72 घंटे के पड़ाव में फरीदाबाद से सीटू एवं सर्व कर्मचारी संघ के सैकड़ो मजदूर, कर्मचारी भाग लेंगे

Posted by : pramod goyal on : Thursday 16 November 2023 0 comments
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 फरीदाबाद 16 नवंबर बढ़ती हुई महंगाई पर रोक लगाने, खाद्य पदार्थो जीवन रक्षक दवाओं, कृषि यंत्रों, सहित आवश्यक वस्तुओं पर से जीएसटी हटाने पेट्रोलियम उत्पादों और रसोई गैस पर केंद्रीय उत्पाद शुल्क में कमी करने की मांग को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा एवं केंद्रीय ट्रेड यूनियनों व कर्मचारी संगठनों के देशव्यापी आवाहन के तहत 

 हरियाणा के मजदूरों और किसानों का 26 से 28 नवंबर तक केएमपी के नजदीक पलवल में डाले जाने वाले 72 घंटे के  पड़ाव में फरीदाबाद  से  सीटू एवं सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के सैकड़ो मजदूर, कर्मचारी भाग लेंगे। यह निर्णय आज दोनों संगठनों की सेक्टर 7 के कार्यालय में संपन्न हुई संयुक्त मीटिंग में लिया गया। मीटिंग की अध्यक्षता सीटू के जिला प्रधान निरंतर पाराशर ने की

। बैठक में प्रस्ताव रखते हुए सीटू के जिला सचिव वीरेंद्र सिंह डंगवाल ने बताया कि संयुक्त किसान मोर्चा और केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने 24 अगस्त 2023 को दिल्ली के ताल कटोरा स्टेडियम में संयुक्त मांग पत्र पर 26 से 28 नवंबर 2023 को केंद्र सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ 72 घंटे के धरने प्रदर्शन आयोजित करने का आवाहन किया था। इस निर्णय के तहत 26 नवंबर को पलवल गुरुग्राम, नूंह, फरीदाबाद के हजारों, किसान मजदूर, और  कर्मचारी इस पड़ाव में भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा के संघर्ष की दुनिया में कोई मिसाल नहीं है। सरकार को किसानों के आंदोलन के दबाव में अपने बनाए गए किसान विरोधी तीनों कृषि कानूनों को वापस लेना पड़ा। केंद्र एवं राज्य की सरकारें  निजीकरण की नीतियों को तेजी से लागू कर रही हैं। जन सेवाओं  महकमों को निजी कंपनियों के हवाले किया जा रहा है। श्रमिकों को बढ़ती बेरोजगारी, नौकरी छूटने और सभी आवश्यक वस्तुओं की मूल्य वृद्धि  का सामना करना पड़ रहा है। निजी कंपनियों के मालिकों को काम करने में आसानी हो इस लिहाज से श्रम कानून में तब्दीलियां की गई है। ताकि मजदूरों को मिलने वाले अधिकारों को खत्म किया जा सके। आज स्थाई नौकरियां तेजी से घट रही हैं। आउटसोर्सिंग विभिन्न प्रारूपों में अनुबंध कार्य निश्चित अवधि के रोजगार के साथ-साथ कुल मिलाकर वास्तविक वेतन स्तर में भारी गिरावट अब सामान्य बात बनती जा रहीं है। मजदूरों को सामाजिक सुरक्षा से वंचित करने की योजना बनाई जा रही है। आज की बैठक में सर्व कर्मचारी संघ के जिला सचिव युद्ध वीर सिंह खत्री ने प्रस्ताव पेश किया कि हमें गांव-गांव में जाकर सरकार की नीतियों के खिलाफ अभियान चलाना होगा। इसके लिए कुछ गांवों में सभाएं करने का निर्णय भी लिया गया। बैठक को रिटायर कर्मचारी संघ के जिला प्रधान नवल सिंह और रोडवेज वर्कर्स यूनियन के प्रधान रविंद्र नागर ने भी संबोधित किया। इस बैठक में अध्यापक संघ के जिला प्रधान मास्टर भीम सिंह, मुकेश बेनीवाल, जगदीश चंद्र,, मनोज, सोनू, अजीत सिंह आदि ने भी भाग लिया। दोनों संगठनों की अगली बैठक 20 नवंबर को फिर होगी। जिसमें गांवों में सभाएं करने के कार्यक्रम को अंतिम रूप दिया जाएगा।

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