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फरीदाबाद 7 नवंबर ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन की हड़ताल आज 29वें दिन भी बदस्तूर जारी रही। हड़ताली कर्मचारियों ने लघु सचिवालय के सामने बैठ कर सरकार विरोधी नारे लगाए। प्रदर्शनकारी ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को पक्का करो। न्यूनतम वेतन 26000 रुपया लागू करो के नारे लगा रहे थे। आज की हड़ताली सभा की अध्यक्षता प्रधान महेंद्र माढोतिया ने की जबकि संचालन जिला सचिव दिनेश पाली ने किया। हड़ताली कर्मचारियों को सीटू के जिला सचिव वीरेंद्र सिंह डंगवाल ने संबोधित किया । उन्होंने विभाग के मंत्री देवेंद्र बबली पर ग्रामीण सफाई कर्मचारियों की मांगों की उपेक्षा करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सरकार ग्रामीण सफाई कर्मचारियों की मांगों पर गंभीर
नहीं है। उन्होंने खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी फरीदाबाद पर कई ग्रामीण सफाई कर्मचारियों का वेतन काटने का आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि सरकार की तरफ से कर्मचारी के वेतन में कटौती करने के आदेश नहीं है। इसके बावजूद भी कर्मचारियों का वेतन काटा गया है। उन्होंने फरीदाबाद के बीडीपीओ कार्यालय के अकाउंटेंट को सरपंचों के कहने पर वेतन में कटौती करने के लिए जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने बताया कि यह अकाउंटेंट सरपंचों को अपने पास बुलाकर उन्हें ग्रामीण सफाई कर्मचारियों के बारे में लिखकर देने के लिए कहता है। यूनियन ने इस बारे में पहले भी जिला पंचायत एवं विकास अधिकारी को मौखिक रूप से जानकारी दी थी। इसके बाद भी उसका रवैया ठीक नहीं है। जबकि सरपंचों के द्वारा गांव में सफाई और कूड़ा करकट को उठाने के लिए औजार नहीं मिलने के बावजूद भी सफाई कर्मचारी अपनी जिम्मेदारी को निभाते हैं। इतना कार्य करने के बाद भी उन्हें बिना वजह परेशान किया जाता है। पहले ही गांव में सफाई के काम को करने वाले कर्मचारियों की संख्या कम है।जितने इस समय कार्य कर रहे हैं। उन्हें भी समय पर वेतन नहीं मिलता पर वेतन नहीं मिलता। यूनियन के नेताओं ने बताया कि ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कई कर्मचारी मानसिक रूप से परेशान रहते हैं। क्योंकि उन्हें बिना बात के काम करने के बावजूद भी परेशानी में डाला जाता है। यूनियन की मुख्य मांग में सभी ग्रामीण सफाई यूनियन की मांग है। कि न्यूनतम वेतन ₹26000 मासिक लागू किया जाए। सभी सफाई कर्मचारियों को पहचान पत्र प्रदान दिए जाएं। ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को महंगाई भत्ता दिया जाए। ग्रामीण क्षेत्रों में दो हजार की आबादी पर एक कर्मचारी लगाने के बजाय 400 की आबादी पर एक स्थाई कर्मचारियों की नियुक्ति की जाए। डोर टू डोर सफाई कर्मचारियों को भी ग्रामीण सफाई कर्मचारियों के बराबर का वेतन दिया जाए। इनको वर्दी भत्ता भी मिलना चाहिए। यूनियन ने ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को काम करने के लिए औजार हेतु ₹500 प्रतिमाह भत्ता देने की मांग की है। प्रत्येक सफाई कर्मचारी को₹500 प्रतिमाह वर्दी धुलाई भत्ता देने के लिए भी सरकार को प्रतिवेदन दिया है। आज की हड़ताली सभा को राजू प्रधान तिगांव, राजू प्रधान बल्लभगढ़ नरेश प्रधान फरीदाबाद के अलावा ओमप्रकाश ,मनोज हंस ने भी संबोधित किया।
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