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यूथ रेडक्रॉस शिविर (YRC) के तीसरे दिन युवाओं को अनेकों विषय पर किया गया जागरूक

Posted by : pramod goyal on : Wednesday, 11 October 2023 0 comments
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 उपायुक्त एवम अध्यक्ष ज़िला रैड क्रॉस सोसाइटी फरीदाबाद विक्रम सिंह के निर्देशानुसार दिनांक 09.10.2023 से 13.10.2023 तक डी ए वी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एन आई टी 3, फरीदाबाद के प्रांगण मे चल रहे पाच दिवसीय यूथ रेडक्रॉस प्रशिक्षण शिविर (YRC) के तीसरे दिन दिनांक 11/10/2023 का आरंभ बिजेन्द्र सोरोत सचिव  जिला रेड क्रॉस सोसाइटी के मार्गदर्शन मे जिला प्रशिक्षण अधिकारी श्री पुरुषोत्तम सैनी के नेतृत्व मे हुआ | कैंप डायरेक्टर श्री ऍम पी सिंह के द्वारा तीसरे दिन कि शुरुआत करते हुए बताया कि इस कैंप का उदेश्य युवाओं को शिक्षा के साथ साथ अन्य मह्त्वपूर्ण जानकारी भी मिले इसके लिए यह पांच दिवसीय युथ रेडक्रॉस शिविर लगाया जा रहा है। इस कैंप में विभिन्न विषयो के विशेषज्ञ भाग लेंगे और युवाओं को भी एक मंच से अपनी प्रतिभा उभारने का मौका मिलेगा। श्री दर्शन भाटिया के द्वारा प्राथमिक चिकित्सा के बारे में जानकारी दी उनके द्वारा बताया गया की प्राथमिक उपचार का मुख्य उद्देश्य व्यक्ति की जान बचाना होता है। प्राथमिक चिकित्सा किसी भी समस्या को बिगड़ने से रोकने में मदद करती है क्योंकि छोटी दुर्घटनाएँ ठीक समय पर बड़ी होने से पहले ही नियंत्रित की जा सकती हैं और रोगी को हॉस्पिटल में इलाज के लिए एक बड़ी राशि का भुगतान करने से बचाया जा सकता है। उचित प्राथमिक उपचार विभिन्न स्वास्थ्य और चिकित्सा आपातकालीन स्थितियों से निपटने में मददगार सिद्ध होता है। घायल व्यक्ति के जीवन को बचाने के अलावा, प्राथमिक उपचार रिकवरी प्रक्रिया को तेज करता है, स्वास्थ्य देखभाल की बड़े खर्चों से बचाता है, और चोट के खराब होने की संभावना को कम करता है।

पुलिस प्रशासन फरीदाबाद के प्रतिनिधि श्री भागीरथ जी के द्वारा विद्यार्थियों को साइबर क्राइम के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि किसी अपरिचित व्यक्ति की फोन कॉल आने पर अपने वित्तीय मामले की डिटेल कभी भी शेयर न करें। सोशल साइट के माध्यम से या ऑनलाइन मदद के नाम पर रुपये मांगने वालों को बिना पहचान किए कोई धनराशि न दें। किसी भी अनजान व्यक्ति को अपने अकाउंट का विवरण, एटीएम कार्ड नंबर, पिन नंबर, ओटीपी नंबर व एसएमएस को शेयर न करें। साइबर अपराध से बचने के लिए युवाओं को स्वयं जागरूक होकर दूसरों को भी जागरूक करना होगा।

श्री विकास भाटिया प्रतिनिधि दधीचि देह दान समिति, नई दिल्ली ने देह दान से सम्बंधित जानकारी देते हुए बताया कि देह दान: कोई भी वयस्क शारीरिक अध्ययन, वैज्ञानिक अनुसंधान और शिक्षा के लिए मेडिकल कॉलेजों को अपना शरीर दान कर सकता है। मृत्यु के बाद देहदान करने की इच्छा का पंजीकरण सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों के एनाटॉमी विभाग में संभव है। हालांकि माता-पिता अपने बच्चे के शरीर को दान करने का निर्णय ले सकते हैं |  

श्री मनोज बंसल, सदस्य भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी हरियाणा राज्य स्वैच्छिक रक्तदान समिति द्वारा रक्तदान करने के बारे में जागरूक किया उनके द्वारा बताया गया कि रक्तदान से शरीर में किसी भी प्रकार की कोई कमजोरी नहीं आती है। प्रत्येक स्वस्थ व्यक्ति को रक्तदान करना चाहिए। रक्तदान से किसी व्यक्ति की जान बच सकती है। इसके अलावा सबसे आवश्यक बात, रक्तदान को लेकर चली आ रही अफवाहों के बारे में विशेषज्ञ स्पष्ट करते हैं कि इससे बिल्कुल कमजोरी नहीं आती है। डॉक्टर दुर्गेश प्रवक्ता नेहरू कॉलेज के द्वारा मोटिवेशन स्पीच देकर विधार्थियों का उत्साह बढ़ाया |

प्रवक्ता श्री पीसी गौर के द्वारा सी पी आर से सम्बंधित जानकारी देते हुए बताया कि सीपीआर का मतलब है कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन। यह भी एक तरह की प्राथमिक चिकित्सा यानी फर्स्ट एड है। जब कोई व्यक्ति सांस न ले पा रहा हो और  बेहोश हो जाए तो सीपीआर से उसकी जान बचाई जा सकती है।  हार्ट अटैक यानी दिल का दौरा पड़ने पर तो सबसे पहले और समय पर सीपीआर दे दिया जाय तो पीड़ित की जान बचाने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है। सीपीआर में दबाव और कृत्रिम सांस का एक खास अनुपात होता है। 30 बार छाती पर दबाव बनाया जाता है तो दो बार कृत्रिम साँस दी जाती है। ये प्रक्रिया तब तक चलने देनी है जब तक पीड़ित खुद से सांस न लेने लगे। बच्चों की हड्डियों की शक्ति बहुत कम होती है इसलिए दबाव का विशेष ध्यान रखा जाता है। इस अवसर पर डांस प्रतियोगिता करवाई जिसमे 40 से अधिक छात्रों ने भाग लिया |

इस मोके पर श्रीमती वंदना मिश्रा YRC कोऑर्डिनेटर डी ए वी, अरविंद शर्मा, मनोज बंसल, पवन कुमार, मंदीप चोपड़ा, श्री अशोक कुमार, सहित विभिन कॉलेजो के प्रोफ़ेसर भी मोजूद रहे |

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