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गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल सराय ख्वाजा फरीदाबाद में प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा की अध्यक्षता में जूनियर रेडक्रॉस और सैंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड ने विश्व खाद्य दिवस के अवसर पर भोजन को दूषित न करने, मिलावट न करने एवम खाद्य पदार्थों को वेस्ट न क
रने के लिए प्रेरित किया। विद्यालय की सैंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड एवम जूनियर रेडक्रॉस काउंसलर प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा ने कहा कि खाद्य दिवस को मनाने का उद्देश्य वैश्विक भुखमरी से निपटना और विश्व से भुखमरी समाप्त करना है ता कि कोई भी व्यक्ति भूखा और कुपोषित न रहे प्रत्येक वर्ष कुपोषण के कारण लाखों करोड़ों लोग अपना जीवन खो देते हैं। इस वर्ष खाद्य दिवस का थीम जल ही जीवन है, जल ही भोजन है। ग्लोबल हंगर इंडेक्स किसी भी देश में भुखमरी की स्थिति बताता है। वर्ल्ड फूड प्रोग्राम के अनुसार कोविड महामारी से पहले 2019 में विश्व में 13.5 करोड़ लोग भीषण खाद्य संकट से ग्रस्त रहे थे इस वर्ष के प्रारंभ में इनकी संख्या 28.2 करोड़ हो गई और आज भी 82 देशों में 34.5 करोड़ लोग भीषण खाद्य संकट का सामना कर रहे हैं। प्राचार्य मनचंदा ने बताया कि हमारे देश में हर वर्ष उत्पन्न होने वाला चालीस प्रतिशत खाद्य पदार्थ रखरखाव या आपूर्ति की अव्यवस्था के कारण दूषित हो जाता है। अनुमानत: भारतीय प्रतिदिन 244 करोड़ रुपए का भोजन व्यर्थ कर रहे हैं जो 89060 करोड़ रुपए वार्षिक होता है भारत में प्रतिवर्ष 23 करोड़ टन दालों, 12 करोड़ टन फलों और लगभग 21 करोड़ टन सब्जियों की हानि के अतिरिक्त वैवाहिक समारोह, पार्टियों और अन्य सामाजिक आयोजनों में 15 से 20 प्रतिशत भोजन व्यर्थ जाता है प्राचार्य मनचंदा ने कहा कि शुद्ध, पौष्टिक और मिलावट से मुक्त भोजन हर किसी का अधिकार है सभी मिलकर अपने अपने स्तर पर खाद्य पदार्थों की शुद्धता सुनिश्चित करने का संकल्प लेंगे तभी हम खाद्य सुरक्षा और खाद्यान्न के महत्व को समझेंगे तथा भोजन को व्यर्थ करने से भी रोकेंगे। प्राचार्य मनचंदा ने प्राध्यापिका गीता और ज्योति एवम सभी छात्राओं का विश्व खाद्य दिवस पर खाद्यान्नों का समुचित और बुद्धिमत्तापूर्ण उपयोग करने पर संदेश दे कर जागरूक करने के लिए विशेष रूप से पुरस्कृत व अभिनंदन करते हुए आभार और धन्यवाद प्रकट किया।
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