//# Adsense Code Here #//
फरीदाबाद 10 अक्टूबर ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन की तीन दिवसीय हड़ताल आज से शुरू हो गई। हड़ताल के कारण गांव देहात में सफाई का काम ठप्प पड़ा हुआ है। सारे सफाई कर्मचारी एक साथ हड़ताल पर हैं। हड़ताल के पहले दिन कर्मचारियों ने सेक्टर 12 में जोरदार प्रदर्शन किया। और सरकार विरोधी नारे लगाए। प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व जिला प्रधान महेंद्र माढोतिया ने किया। जबकि करवाई जिला सचिव दिनेश पाली चला रहे थे। इस अवसर पर सभी तीनों ब्लाकों के प्रधान, सचिव, कोषाध्यक्ष विशेष रूप से उपस्थित रहे। हड़ताली कर्मचारियों को संबोधित करते हुए सीटू के जिला सचिव वीरेंद्र सिंह डं
गवाल ने बताया कि विभाग के मंत्री के साथ कई दौर की वार्ता होने के बावजूद भी मांगों और समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा है। ग्रामीण सफाई कर्मचारियों ने अपनी मांगों की प्राप्ति के लिए लंबा आंदोलन चलाया। इस कार्यक्रम के तहत पहले खंड सत्र पर प्रदर्शन किए गए । उसके बाद डीडीपीओ के कार्यालयों के सामने धरने दिए गए। फिर जिला मुख्यालय के सामने भी प्रदर्शन किया गया। इसके बाद प्रदेश के विकास एवं पंचायत मंत्री के टोहाना आवास पर भी विरोध सभा आयोजित की गई। जब सरकार की तरफ से कोई सुनवाई नहीं हुई। तब हड़ताल का नोटिस यूनियन को मजबूरी में देना पड़ा। क्योंकि पंचायत एवं विकास विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव की अध्यक्षता में विभागीय अधिकारियों और यूनियन के पदाधिकारीयों की संयुक्त बैठक हुई । जिसमें सभी मांगों को लागू करने पर सहमति व्यक्त की गई। इसके बाद अधिकारियों ने बताया कि सभी मांगों पर प्रदेश के मुख्यमंत्री की सहमति आवश्यक है। इसलिए फाइल को मुख्यमंत्री के पास अवलोकन के लिए भेजा जाएगा। वहां से मंजूरी प्राप्त होने के बाद मांगों को लागू कर दिया जाएगा। लेकिन पिछले लगभग 6 माह से फाइल मुख्यमंत्री जी के पास पड़ी हुई है।उस पर कुछ भी कार्रवाई नहीं की गई है। यूनियन की मुख्य मांग में सभी ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को रेगुलर किया जाए। क्योंकि सफाई का काम स्थाई है। इसलिए स्थाई कार्यों पर रेगुलर कर्मचारियों को ही नियुक्ति किया जाना चाहिए। इसके अलावा जब तक नियमित नहीं किया जाता है। सभी ग्रामीण सफाई कर्मियों को बीडीपीओ के रोल पर लिया। यूनियन की मांग है। कि न्यूनतम वेतन ₹26000 मासिक लागू किया जाए। सभी सफाई कर्मचारियों को पहचान पत्र प्रदान दिए जाएं। ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को महंगाई भत्ता दिया जाए। ग्रामीण क्षेत्रों में दो हजार की आबादी पर एक कर्मचारी लगाने के बजाय 400 की आबादी पर एक स्थाई कर्मचारियों की नियुक्ति की जाए। डोर टू डोर सफाई कर्मचारियों को भी ग्रामीण सफाई कर्मचारियों के बराबर का वेतन दिया जाए। इनको वर्दी भत्ता भी मिलना चाहिए। यूनियन ने ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को काम करने के लिए औजार हेतु ₹500 प्रतिमाह भत्ता देने की मांग की है। प्रत्येक सफाई कर्मचारी को₹500 प्रतिमाह वर्दी धुलाई भत्ता देने के लिए भी सरकार को प्रतिवेदन दिया है। आज की हड़ताली सभा को राजू प्रधान तिगांव, राजू प्रधान बल्लभगढ़ नरेश प्रधान फरीदाबाद के अलावा मनोज हंस ने भी संबोधित किया।
No comments :