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वामपंथी पार्टियों ने मीडिया कार्यालयों पर छापेमारी करके अनाप-शनाप मुकदमे बनाने की कड़े शब्दों में निंदा की

Posted by : pramod goyal on : Thursday 5 October 2023 0 comments
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 फरीदाबाद  5 अक्टूबर वामपंथी पार्टियों ने आज भाजपा सरकार द्वारा 3  अक्टूबर को दिल्ली में  प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के कार्यालयों पर छापेमारी करके उनके खिलाफ अनाप-शनाप मुकदमे बनाने की  कड़े शब्दों में निंदा की।इस मामले  को लेक


र आज  बृहस्पतिवार को सीपीआई  और सीपीएम के प्रतिनिधिमंडल ने महामहिम राष्ट्रपति महोदया के नाम  स्वतंत्र पत्रकारिता पर हो रहे हमलों को रोकने के लिए एक ज्ञापन एसडीएम फरीदाबाद श्री परमजीत सिंह चहल को सौंपा। प्रतिनिधि मंडल ने यह बताया कि दिल्ली पुलिस के द्वारा मंगलवार को दिल्ली में 

 न्यूज़क्लिक मीडिया  चैनल के कार्यालय पर छापेमारी करके इस  चैनल के  पत्रकारों को गिरफ्तार किया। सीपीएम के जिला सचिव शिव प्रसाद और  सीपीआई  के जिला कमेटी  सदस्य बिसंबर सिंह ने कहा  कि दिल्ली पुलिस द्वारा इन पत्रकारों पर यूएपीए की विभिन्न  धाराओं के तहत अधारहीन मुकदमे दर्ज कर दिए है। दिल्ली पुलिस की यह कार्यवाही स्वतंत्र  पत्रकारिता के  क्षेत्र में सबसे  बड़ा हमला है। उन्होंने  बताया कि पत्रकारों, स्टैंड-अप कॉमेडियनों, व्यंग्यकारों, वैज्ञानिकों, सांस्कृतिक इतिहासकारों और टिप्पणीकारों के घरों पर जाकर छापेमारी करना किसी भी  तरह से न्यायोचित नहीं है। इसकी जितनी निंदा की जाए उतनी कम है। क्योंकि देश के नागरिकों को अभिव्यक्ति की आजादी संविधान से मिली हुई है।
इस सरकार ने   पिछले नौ वर्षों के दौरान  बीबीसी, न्यूज़लॉन्ड्री, दैनिक भास्कर, भारत समाचार, कश्मीर वाला, द वायर आदि  विभिन्न मीडिया घरानों को दबाने, परेशान करने और डराने-धमकाने के लिए जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करते हुए उन्हें तैनात किया है। और अब न्यूज़क्लिक से जुड़े सभी लोगों पर उनके  घरों में जाकर छापेमारी की है। उनके अधिकारियों और कर्मचारियों के लैपटॉप और मोबाइल फोन भी जब्त कर लिए गए हैं।  क्योंकि यह चैनल जनता के सामने सच्चाई को प्रस्तुत करता है। इसलिए इस चैनल पर हमला किया जा रहा है।इस सरकार  के द्वारा अलग-अलग संगठनों और पत्रकारों पर बड़ी  संख्या में इस ढंग से कार्रवाही करना लोकतांत्रिक मर्यादाओं के विपरीत है। उन्होंने कहा कि यह उन लोगों की आवाजों को दबाने का सरकार के प्रयासों को दर्शाता है। जो सरकार की जन विरोधी और सांप्रदायिकता और विभाजनकारी नितियों के  खिलाफ संघर्ष करते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार  की इस तरह की कार्यवाही का लोकतंत्र में कोई स्थान नहीं है। इसके विरुद्ध एक समान विचारधारा के लोगों को संगठित होकर संघर्ष करना होगा। आज प्रतिनिधि मंडल में सीपीआई के मिथिलेश कुमार, शुभ नारायण सिंह, अजय कुमार,, सीपीएम के जिला कमेटी सदस्य निरंतर पाराशर और वीरेंद्र सिंह डंगवाल भी शामिल थे।

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