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फरीदाबाद 30 अक्टूबर ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन ने 3 नवंबर तक बढ़ाई अपनी हड़ताल। कल 31 अक्टूबर को टोहाना में मंत्री के आवास पर होगा 24 घण्टे का महापड़ाव।
यह निर्णय कल रविवार को रोहतक में हुई ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन की राज्य कमेटी की बैठक में लिया गया। यह जानकारी आज हड़ताली कर्मचारियों को संबोधित करते हुए यूनियन के जिला प्रधान महेंद्र सिंह माडोतिया और जिला सचिव दिनेश पाली ने संयुक्त रूप से दी। उन्होंने बताया कि जिला कमेटी के सैकड़ो सदस्य आगामी दो और तीन नवंबर को जिला
मुख्यालय पर 24 घंटे का महापड़ाव डालेंगे। इसके लिए आज उपायुक्त कार्यालय फरीदाबाद, में जिला कमेटी ने नोटिस जारी कर दिया है। आज हड़ताली कर्मचारियों को संबोधित करते हुए सीटू के जिला सचिव वीरेंद्र सिंह डंगवाल ने राज्य सरकार पर आंदोलन की अनदेखी करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के द्वारा ग्रामीण सफाई कर्मचारियों के वेतन में एक हजार रुपए की मासिक वृद्धि बहुत कम है। कर्मचारी काम से कम 26000 रूपए न्यूनतम वेतन की मांग कर रहा है। सरकार के द्वारा अचानक एक तरफ की गई इस घोषणा से कर्मचारियों में बहुत नाराजगी है।
मुख्यालय पर 24 घंटे का महापड़ाव डालेंगे। इसके लिए आज उपायुक्त कार्यालय फरीदाबाद, में जिला कमेटी ने नोटिस जारी कर दिया है। आज हड़ताली कर्मचारियों को संबोधित करते हुए सीटू के जिला सचिव वीरेंद्र सिंह डंगवाल ने राज्य सरकार पर आंदोलन की अनदेखी करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के द्वारा ग्रामीण सफाई कर्मचारियों के वेतन में एक हजार रुपए की मासिक वृद्धि बहुत कम है। कर्मचारी काम से कम 26000 रूपए न्यूनतम वेतन की मांग कर रहा है। सरकार के द्वारा अचानक एक तरफ की गई इस घोषणा से कर्मचारियों में बहुत नाराजगी है।
जबकि प्रदेश का ग्रामीण सफाई कर्मचारी सरकार से महर्षि वाल्मीकि प्रगट दिवस पर पक्की नौकरी की उम्मीद लेकर बैठा हुआ था। ऐसा करने की बजाय सत्तारूढ़ भाजपा और जजपा ने अपना दलित विरोधी चेहरा दिखा दिया। और पक्का करना तो दूर की बात है। ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को नियमित कर्मचारीयों के बराबर वेतन देने का ऐलान तक नहीं किया गया। जबकी सरकार ने हाल ही में जिला परिषद सदस्यों, मेयर, नगर परिषद ब्लॉक समिति सदस्यों और चैयरमैन के मानदेय में दुगनी बढौतरी की है। लेकिन ग्रामीण सफाई कर्मचारियों के वेतन में बढ़ोतरी करने के सरकार की खजाने में पैसा नहीं रहता है। इसलिए यूनियन ने अपने पहले ही घोषित कार्यक्रम के तहत 3 नबम्बर तक हड़ताल को जारी रखने का फैसला लिया है। आज हड़ताल को 21 दिन हो गए हैं। सरकार ने हड़ताली कर्मचारियों से बातचीत करना भी उचित नहीं समझा है। ग्रामीण सफाई कर्मचारियों में सरकार की दोहरी नीतियों से भारी नाराजगी व्याप्त है। उन्होंने कहा कि जब तक यूनियन के मांग पत्र पर सरकार बातचीत नहीं करती तब तक हड़ताल लगातार जारी रहेगी। जिला कमेटी ने हड़ताल को सफल बनाने के लिए प्रत्येक ग्रामीण सफाई कर्मचारी से संपर्क स्थापित करने का निर्णय भी लिया है। आज की सभा को राजू ब्लॉक प्रधान तिगांव, नरेश ब्लॉक प्रधान फरीदाबाद, राजू ब्लॉक प्रधान बल्लभगढ़, सुनील पारछा, ओम प्रकाश, आदि कर्मचारी नेताओं ने भी संबोधित किया।
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