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आपदा प्रबंधन के अंतर्गत और प्राथमिक सहायता के तीन दिवसीय कार्यक्रम के अंतर्गत राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सराय ख्वाजा की सैंट जॉन एम्बुलेंस ब्रिगेड और जूनियर रेड क्रॉस ने ब्रिगेड अधिकारी प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा की अध्यक्षता एवम मार्गनिर्देशन में मॉक ड्रिल का अभ्यास करते हुए फर्स्ट एड पोस्ट लगाई तथा घायलों को प्राथमिक चिकित्सा देने का डिमॉन्सट्रेशन दिया। जे आर सी तथा एस जे ए बी अधिकारी प्राचार्य मनचन्दा ने बताया कि सैंट जॉन एम्बुलेंस ब्रिगेड के सदस्यों को किसी भी समय आपातकालीन स्थिति का सामना करने के लिए प्रशिक्षण और छद
म अभ्यास द्वारा समय समय पर तैयार किया जाता है यह आपातकालीन स्थिति प्राकृतिक या मनुष्य निर्मित हो सकती है ऐसी स्थिति में आपदाग्रस्त व आपदा में फसे व्यक्तियों के लिए राहत व बचाव कार्यों के संचालन के लिए ब्रिगेड के सदस्य तत्पर रहते है। फर्स्ट एड के तीन दिवसीय कार्यक्रम के समापन दिवस पर आज ब्रिगेड सदस्यों ने कैप्टन विशाल के नेतृत्व में मार्च पास्ट किया और प्राचार्य और ब्रिगेड प्रभारी को सलामी देते हुए अदभुत अनुशासन का नमूना प्रस्तुत किया। छदम अभ्यास में विस्फोट और आगजनी में घायल हुए पीड़ितों को उपलब्ध संसाधनों का बुद्धिमत्ता पूर्वक उपयोग करते हुए प्राथमिक सहायता उपलब्ध करवा के एंबुलेंस एवम उन के घरवालों व संबंधियों को सूचित करते हुए निकटतम हॉस्पिटल के लिए निवर्तन करवाया गया। ब्रिगेड सदस्यों ने स्थिति अनुसार स्ट्रेचर न होने की अवस्था मे उपलब्ध संसाधनों का उपयोग करते हुए साइकिल को स्ट्रेचर के रूप में प्रयोग कर घायल व्यक्ति को प्राथमिक सहायता दे कर हॉस्पिटलाइज करवा कर उस के बहुमूल्य जीवन की रक्षा की। प्राचार्य मनचन्दा ने बच्चों को प्रशिक्षित करते हुए बताया कि यदि कही बहुमंजिला बिल्डिंग या भवन में आग लगी हो तो मुँह, सर व नाक को गीले कपड़े, टॉवल, बेड शीट आदि से ढकते हुए रेंग कर या लेट कर भवन से तुरंत बाहर निकलने का प्रयास किया जाना चाहिए। इस अवसर पर ब्रिगेड अधिकारी प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा, धर्मपाल शास्त्री, प्राध्यापिका गीता एवम अन्य अध्यापकों ने ब्रिगेड सदस्यों द्वारा किए गए अभ्यास एवम मॉक ड्रिल की प्रशंसा की तथा अन्य छात्रों और ब्रिगेड सदस्य को फर्स्ट एड के सभी मूलभूत सिद्धांतों का प्रशिक्षण लेने का आग्रह किया जिस से कि किसी भी आपात स्थिति में जीवन रक्षा की जा सके।
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