//# Adsense Code Here #//
फरीदाबाद,20 सितंबर।
आशा वर्कर्स की हड़ताल बुधवार को 44 वें दिन में भी जारी रही। उल्लेखनीय है कि आशा वर्कर सरकारी कर्मचारी का दर्जा,जब तक 26 हजार रुपए न्यूनतम वेतन, इंसेंटिव में 50 प्रतिशत कटौती की बहाली, ईपीएफ एवं ईएसआई की सुविधा, रिटायरमेंट उम्र 60 वर्ष करने, रिटायरमेंट पर सम्मानजनक पेंशन व ग्रेज्यूटी देने आदि मांगों को लेकर 8 अगस्त से हड़ताल पर हैं। सरकार की घोर उपेक्षापूर्ण रवैए से नाराज़ आशा वर्कर्स ने 25 सितंबर को डीसी आफिस पर सामूहिक गिरफ्तारियां देने का ऐलान किया है। बुधवार को आयोजित धरने-प्रदर्शन की अध्यक्षता जिला प्रधान हेमलता ने की और संचालन सचिव सुधा ने किया। धरने पर आज भवन निर्माण कामगार यूनियन के राज्य प्रधान सुखबीर सिंह, सीटू के जिला प्रधान निरंतर पाराशर, उप प्रधान रवि गुलिया, आशा वर्कर यूनियन की उप प्रधान अनीता भारद्वाज, नीलम जोशी, कुसुम लता आदि मौजूद थे।
आशा वर्कर यूनियन की जिला प्रधान हेमलता ने कहा कि सरकार को मांगों के प्रति घोर उपेक्षापूर्ण एवं तानाशाही रवैए के कारण हड़ताल बढ़ती जा रही है। उन्होंने कहा कि आशा वर्कर अब जनता के बीच जाकर रैलियां निकल रही है और जनता का समर्थन हासिल कर रही है। उन्होंने कहा कि आंदोलन और मांगों को लेकर जनता का व्यापक समर्थन मिल रहा है। उन्होंने कहा कि जब तक मांगों का समाधान नहीं होगा आंदोलन जारी रहेगा।
No comments :