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आंगनवाड़ी वर्कर्स एवं हेल्पर्स यूनियन हरियाणा के प्रदेशव्यापी आह्वान पर सोमवार को काला दिवस मनाया गया। आंगनवाड़ी वर्कर्स काले कपड़े पहनकर राजस्थान भवन के सामने एकत्रित हुई और वहां से सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए डीसी आफिस पर पहुंचे
और जमकर प्रदर्शन किया और मांगों का ज्ञापन सीटीएम को सौंपा। जिसका नेतृत्व यूनियन की जिला प्रधान देविन्द्री शर्मा व सचिव मालवती ने किया। प्रदर्शन में सेंट्रल आफ इंडियन ट्रेड यूनियन्ज की राष्ट्रीय सचिव कामरेड एआर सिंधु, अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष सुभाष लांबा, सीटू के जिला प्रधान निरंतर पाराशर, महासचिव वीरेंद्र डंगवाल,सकसं के जिला प्रधान करतार सिंह व सचिव युद्धवीर सिंह खत्री भी पहुंचे और आंगनवाड़ी वर्कर्स को संबोधित किया। यूनियन की नेताओं ने कहा कि बाल वाटिका व नई शिक्षा नीति 2020 का आंगनवाड़ी केन्द्रों पर बहुत ही दुषप्रभाव पड़ेगा उन्होंने कहा कि सरकार व महिला एवं बाल विकास विभाग को मजबूत करने की बजाय आगनवाडी केन्द्रों को बन्द करने की ओर कदम बढा रही है। आगनवाडी केन्द्रो का 2-2 साल से किराया नही दिया जा रहा है। दिसंबर 2022 से केन्द्र का जो मानदेय है वह भी नहीं मिल रहा है। आगनवाडी केन्द्रो मे राशन कभी भी इक्कठा नही आ रहा है सरकार व विभाग द्वारा युनियन के साथ बातचीत मे मानी ग्ई मागो को लागू नही किया जा रहा है अभी तक भी दर्जनों वर्करों पर मुकद्दमें लादे गए हैं।
युनियन माग करती है की 2021-2022 मे हडताल के दौरान का मानदेय 100 रू व 200 प्रति महीना काटकर तुरन्त भुगतान किया जाए। बर्खास्त वर्करो हैल्परो का हडताल के दौरान का मानदेय तुरन्त दिया जाए। हडताल के दौरान के झुठे मुकदमे रद्द किए जाएं। बाल वाटिका के नाम पर आगनवाडी केन्द्रो को उजाडना बन्द किया जाऐ ,राष्ट्रीय शिक्षा निति 2020 रद्द की जाऐ ,वर्करो हैल्परो को स्थाई किया जाऐ ,PMMY का 2020 के मेहनताने का भुगतान किया जाऐ ,वर्दी के पैसे 2000 रू दिऐ जाऐ व अन्य मानी ग्ई मागो को तुरन्त लागू किया जाऐ।
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