HEADLINES


More

पांच सब डिवीजन को निजी हाथों में सौंपने के खिलाफ बिजली कर्मचारियों को आंदोलन का बिगुल बजाया

Posted by : pramod goyal on : Saturday 17 June 2023 0 comments
pramod goyal
Saved under : , ,
//# Adsense Code Here #//

 फरीदाबाद,17 जून। 


सर्कल की पांच सब डिविजन को निजी हाथों में सौंपने के फैसले के खिलाफ बिजली कर्मियों ने  आंदोलन का बिगुल बजा दिया है। आंदोलन का फैसला शनिवार को यूनियन कार्यालय में आयोजित सर्कल कार्यकारिणी की बैठक में लिया गया। सर्कल सचिव कृष्ण कुमार की अध्यक्षता में आयोजित इस मीटिंग में सर्व सम्मति से पारित किए गए प्रस्ताव में खाली पड़े पदों को जानबूझकर ना भरने और अब तकनीकी स्टाफ की कमी की दुहाई देकर पांच सब डिवीजन के आपरेशन एंड मेंटीनेंस के प्रमुख काम को गोपनीय तरीके से निजी हाथों में सौंपने के फैसले की घोर निन्दा की गई और इस फैसले का विरोध करने का फैसला लिया गया। आंदोलन के फैसले के अनुसार 20-21 जून को सर्कल की सभी सब डिवीजन में विरोध गेट मीटिंग की जाएगी और प्रत्येक कर्मचारी को मेनेजमेंट के फैसले से पड़ने वाले प्रभावों की जानकारी देते हुए निर्णायक आंदोलन की तैयारी का आह्वान किया जाएगा। आंदोलन की अगले चरण में 23 जून को डिवीजन व 27 जून को सर्कल कार्यलय पर आक्रोश प्रदर्शन किया जाएगा और उसी दिन अगले चरण के आंदोलन का ऐलान किया जाएगा। इस महत्वपूर्ण मीटिंग में इलेक्ट्रिसिटी एम्पलाइज फेडरेशन ऑफ इंडिया एवं एएचपीसी वर्कर यूनियन के उपाध्यक्ष सुभाष लांबा, ऑल हरियाणा पावर कारपोरेशनज वर्कर यूनियन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष शब्बीर अहमद गनी, पूर्व सर्कल सचिव लज्जा राम के अलावा सीसी सदस्य विनोद,एनआईटी यूनिट के प्रधान भूप सिंह, वरिष्ठ उपाध्यक्ष डिगंबर, कोषाध्यक्ष सुरेन्द्र शर्मा, बल्लभगढ़ यूनिट के प्रधान रामकेश, धर्मेंद्र तेवतिया, उपाध्यक्ष वेद प्रकाश, ग्रेटर फरीदाबाद यूनिट के प्रधान दिनेश शर्मा, सचिव अशरभ खान,उप प्रधान श्याम सुंदर और ओल्ड फरीदाबाद के प्रधान करतार सिंह व सचिव देवेंद्र त्यागी आदि ने भाग लिया। उल्लेखनीय है कि बिजली निगम मेनेजमेंट ने एनएच 4, तिलपत, खेड़ी कलां,सब अर्बन सेक्टर 25 व नयी बना सब अर्बन सब डिवीजन सेक्टर 55 के आपरेशन एंड मेंटीनेंस के मुख्य काम को निजी हाथों में सौंपने का फैसला लिया है। सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा से संबंधित ऑल हरियाणा पावर कारपोरेशनज वर्कर यूनियन इसका विरोध करने का ऐलान किया था।


इलेक्ट्रिसिटी एम्पलाइज फेडरेशन ऑफ इंडिया व एएचपीसी वर्कर को के उपाध्याय सुभाष लांबा  ने कहा कि सरकार व निगम मेनेजमेंट खाली पड़े पदों को पक्की भर्ती से भरने की बजाय आपरेशन एंड मेंटीनेंस का काम निजी हाथों में सौंपने जा रही है। गुरुग्राम में कार्यरत एक निजी कंपनी साहयक लाइनमैन को 14500 व सुपरवाइजर को 17500 रुपए वेतन दे रही है। उन्होंने कहा कि स्टाफ की कमी का विकल्प निजीकरण कतई नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि सरकार पहले से तैनात ठेका कर्मियों को नियमित करने की पालिसी बनाने की बजाय अब वर्तमान व्यवस्था से भी खराब वर्क आउटसोर्स करके नौजवान बेरोजगारों को शोषण की भट्टी में झौंक रही है। ऑल हरियाणा पावर कारपोरेशनज वर्कर यूनियन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष शब्बीर अहमद गनी ने कहा कि कहा कि निजीकरण होने के बाद उन सब डिवीजन में तैनात तकनीकी स्टाफ की छंटनी होना लाजिमी है और अनट्रेंड कर्मचारी फरीदाबाद जैसे शहर में जहां एक ही पोल / सर्किट पर तीन से चार तरफ से बिजली आ रही हो आपरेशन एंड मेंटीनेंस का काम कर ही नहीं पाएंगे। जिससे उपभोक्ताओं को भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा और अनट्रेंड कर्मचारियों दुर्घटनाग्रस्त होंगे। सर्कल सचिव कृष्ण कुमार ने कहा कि 2016 में भी मेनेजमेंट ने फरीदाबाद सर्कल की पांच सब डिवीजन को निजी हाथों में सौंपने का फैसला लिया था लेकिन कर्मचारियों की तीन दिवसीय हड़ताल के बाद मेनेजमेंट ने अपना फैसला वापस लेने पर मजबूर होना पड़ा था और अब भी वापस लेना पड़ेगा।

No comments :

Leave a Reply