फरीदाबाद जिले के बिजनेसमैन नागेंद्र का शव सोमवार देररात नैनीताल से फरीदाबाद पहुंचा। मंगलवार सुबह पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को दिया गया। पहले तो परिजनों ने शव लेने से यह कहते हुए इनकार कर दिया कि आरोपी को गिरफ्तार किया जाए, लेकिन पुलिस के आश्वासन के बाद परिजन शव लेने के लिए राजी हुए। इस दौरान फरीदाबाद सिविल अस्पताल बादशाह खान के बाहर काफी हंगामा भी हुआ।
बता दें कि नागेंद्र का अपहरण गत 30 मई को फरीदाबाद के सेक्टर-15 की मार्केट से उस समय हुआ, जब नागेंद्र का ड्राइवर बंसी उसके साथ था। बंसी की शिकायत पर पुलिस ने नागेंद्र के ही बिजनेस पार्टनर पंकज के खिलाफ आर्म्स एक्ट और अपहरण की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की, लेकिन फरीदाबाद पुलिस आरोपी पंकज को पकड़ने में नाकाम रही। छठे दिन रविवार को नैनीताल के ताल पट्टी इलाके से नागेंद्र का शव लगभग 150 फीट गहरी खाई से बरामद हुआ और केस में हत्या की धारा जोड़ी गई।
मृतक नागेंद्र की बहन निशा गुरुग्राम पुलिस में ASI है। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए बताया कि वह पूरे प्रकरण में पुलिस के साथ रही। पुलिस ने उनका सहयोग भी किया, लेकिन यदि पुलिस और तत्परता दिखाती तो शायद आरोपी पंकज फरीदाबाद पार नहीं कर सकता था। नागेंद्र के अपहरण के बाद वह गुरुग्राम में थी। उसने जब अपने भाई के दूसरे फोन पर फोन मिलाया तो उसके फोन की घंटी बज रही थी, जो गाड़ी में ही था और आरोपी पंकज कई टोल नाकों को पार करते हुए चलता चला गया।
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