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आद्र भूमि दिवस - प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और जे आर सी का जागरूकता अभियान

Posted by : pramod goyal on : Wednesday 2 February 2022 0 comments
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 राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय एन आई टी नंबर तीन फरीदाबाद में हरियाणा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड फरीदाबाद और विद्यालय की जूनियर रेडक्रास, गाइड्स और सैंट जॉन एम्बुलेंस ब्रिगेड के संयुक्त तत्वावधान में प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा की अध्यक्षता में विश्व आद्र भूमि दिवस पर आद्र भूमि एवम जल स्त्रोतों को बचाने का आह्वान किया गया। इस अवसर पर हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड फरीदाबाद के एस डी ओ ओमबीर तेवतिया भी उपस्थित रहे।  कार्यक्रम में छात्राओं और अध्यापकों को जूनियर रेडक्रॉस और सैंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड प्रभारी प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा ने बताया कि नमी या दलद


ली भूमि वाले क्षेत्र को आद्र भूमि वेटलैंड कहा जाता है। वास्तव में वेटलैंड्स वे क्षेत्र हैं जहाँ प्रचुर मात्रा में नमी पाई जाती है और इसके कई लाभ भी हैं। आद्र भूमि जल को प्रदूषण से मुक्त बनाती है। आद्रभूमि वह क्षेत्र है जो वर्ष भर आंशिक रूप से या पूर्णतः जल से भरा रहता है। हमारे देश में आद्रभूमि ठंडे और शुष्क इलाकों से लेकर मध्य भारत के कटिबंधीय मानसूनी इलाकों और दक्षिण के नमी वाले इलाकों तक फैली हुई है। विश्व आद्रभूमि दिवस मनाने का उद्देश्य आद्रभूमि के संरक्षण की ओर ध्यान केन्द्रित करना है जो मानव गतिविधि से प्रभावित हो सकता है। आद्रभूमि की नष्ट होने की दर लगभग एक प्रतिशत है जो कि वनों के नष्ट होने की दर से बहुत अधिक है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एस डी ओ ओमबीर तेवतिया ने कहा कि 2 फरवरी 1971 को ईरान के रामसर में रामसर कन्वेंशन पर हस्ताक्षर किये गये थे इस अधिनियम के अंतर्गत आद्रभूमि के संरक्षण और आद्र भूमि जलवायु सम्बन्धी आपदाओं के विरुद्ध बफर के रूप में कार्य किया जाता है। इस से जलवायु परिवर्तन के आकस्मिक प्रभावों से बचा जा सकता है। इसकी थीम आद्रभूमि   व जलवायु परिवर्तन पर आधारित है। इस थीम का उद्देश्य ग्लोबल वार्मिंग का सामना करने में आद्रभूमि जैसे दलदल तथा मंग्रोव के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाना है। प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा ने कहा कि पहले समय के तालाबों, पोखरों, जलाशयों तथा झीलों को संरक्षित कर हम इस दिवस की सार्थकता को सिद्ध कर सकते है। इस अवसर पर जूनियर रेडक्रास की सदस्य छात्राओं ने जल संरक्षण और जल स्त्रोतों के संरक्षण के पोस्टर द्वारा सभी को जागरूक होने की आवश्यकता पर बल दिया। इस अवसर पर अध्यापक संजय मिश्रा, शिवम वाधवा, प्रशिक्षु अध्यापिका ऋतु सहित पोस्टर बनाने वाली छात्राएं भूमिका, पल्लवी और लक्ष्मी ऑनलाइन माध्यम से उपस्थित रहीं। प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा ने एस डी ओ ओमबीर तेवतिया और अध्यापक शिवम् सहित सभी अध्यापकों और बच्चों के वेटलैंड्स बचाने के सुंदर प्रयासों का स्वागत और अभिनंदन किया।

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