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निगम के सैकड़ों कर्मचारियों ने सौंपा शहरी स्थानीय निकाय के मंत्री डा. कमल गुप्ता के नाम ज्ञापन

Posted by : pramod goyal on : Friday 18 February 2022 0 comments
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 फरीदाबाद । नगर निगम के सैकड़ों कर्मचारियों ने


अतिरिक्त निगम आयुक्त के कार्यालय  पर प्रदर्शन कर उनकी अनुपस्थिति में  पीए रीटा बाजाज को सौंपा शहरी स्थानीय निकाय विभाग के मंत्री डा. कमल गुप्ता के नाम ज्ञापन। 

गौरतलब है कि नगर निगम के कर्मचारी भोजन अवकाश के समय निगम मुख्यालय के समक्ष एकत्रित हुए और संघ के जिला प्रधान गुरचरण खांडिय़ा की अध्यक्षता में एक विशाल आक्रोश सभा का आयोजन किया। इस सभा का संचालन सफाई कर्मचारी यूनियन के सचिव कृष्णा चिंडालिया कर रहे थे। आक्रोश सभा के बाद कर्मचारियों ने विशाल जुलूस निकाल कर प्रदर्शन करते हुए अतिरिक्त निगम आयुक्त कार्यालय पर पहुंच कर किया जोरदार प्रदर्शन किया।
सभा को संबोधित करते हुए नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के राज्य प्रधान नरेश कुमार शास्त्री ने कहा कि हरियाणा सरकार पालिकाओं, परिषदों, नगर निगमों एवं अग्निशमन विभाग के कर्मचारियों से 25 अप्रैल व 17 अगस्त 2020 को किये समझोतो को लागू न करके सरकार वायदा खिलाफी कर रही। इसलिए स्थानीय निकाय विभाग के कर्मचारियों को आंदोलन  करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। श्री शास्त्री ने कहा कि अब स्थानीय निकायों के कर्मचारी आगामी 22 व 23 फरवरी को गेट मीटिंग कर विरोध प्रदर्शन करेंगे,
25 फरवरी को प्रदेश के सभी 90 शहरों में उल्टी झाडू कर प्रदर्शन किए जाएंगे। इसके बाद कर्मचारी अपनी-अपनी पालिकाओं, परिषदों, नगर निगमों के समक्ष 2 व 3 मार्च को क्रमिक भूख हड़ताल करेंगे। यदि इसके बाद भी सरकार ने कर्मचारियों की मांगों का समाधान नहीं किया तो 6 मार्च को शहरी स्थानीय निकाय विभाग के मंत्री डॉक्टर कमल गुप्ता के हिसार स्थित आवास पर राज्य स्तरीय प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदर्शन के मंच से ही आगामी आंदोलन की घोषणा भी संघ करेगा।
आज के प्रदर्शन को अन्य के अलावा कर्मी नेता बलबीर सिंह बालगुहेर, नानक चंद खैरालिया, महेंद्र कुडिय़ा, देवी सिंह, रंजीत शुक्ला, दर्शन सिंह सोया, परशराम अधाना, शाबुद्दीन, मनोज बालगुहेर, मनोज शर्मा, वेद भड़ाना, रामरतन, अनूप चिंडालिया, शिवकुमार एएसआई, फायर बिग्रेड़ के नेता राकेश, संजय शर्मा आदि ने भी सम्बोधित किया।
ये हैं मांगे
अग्निशमन विभाग को पुन: शहरी स्थानीय निकाय विभाग में शामिल करो, हरियाणा कौशल रोजगार निगम को भंग करों, सफाई कर्मचारियों, सीवरमैनों, फायर कर्मचारियों व अन्य सभी तृतीय श्रेणी व चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को ठेका प्रथा से मुक्त करो, स्वीकृत पदों पर दो वर्ष के अनुभव के आधार पर नियमित करो, सामाजिक आर्थिक मापदंड की समीक्षा करते हुए सफाई कर्मचारी, सीवर मैन, चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों व सेवानिवृत कर्मचारियों के बच्चों को इसका लाभ दिया जाए, ठोस कचरा निस्तारंण डोर टू डोर का ठेका बंद करों तथा डोर टू डोर के कर्मचारियों को पालिकाओं, परिषदों व नगर निगमों का कर्मचारी घोषित करो व अन्य कर्मचारी की भांति वेतन, ईपीएफ व ईएसआई का लाभ दो, कोरोना वायरस से मृत्यु होने पर कर्मचारियों के आश्रितों को 50 लाख रूपये आर्थिक सहायता राशि व नियमित रोजगार दो, 4 हजार रुपये जोखिम भत्ता दो, नगर निगम फरीदाबाद में कार्यरत दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को आयु व शैक्षणिक योग्यता में ढील देकर पक्का करो, पुरानी पेंशन बहाल करों पालिकाओं, परिषदों, निगमों तथा फायर स्टेशनों से छंटनी किये गये,कर्मचारियों को बहाल करो, 311 ऐप को बंद करो, विभाग के रोल पर लगे कर्मचारियों को समान काम-समान वेतन दो, क्षेत्रफल आबादी के अनुपात में सफाई कर्मचारियों, सीवरमैनों, फायर कर्मचारियों तथा चतुर्थ एवं तृतीय श्रेणी के सभी कर्मचारियों के नये पद सृजित कर पक्की भर्ती करो, अनुग्रह पूर्वक रोजगार योजना को सरल बनाओं व ठेका प्रथा, आऊटसोर्सिंग व अन्य कच्चे कर्मचारियों की मृत्यु होने पर नौकरी दो ईएसआईसी व ईपीएफ घोटाले की जांच स्टेट विजलेंस से करवाई जाये। सभी तृतीय व चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को 100-100 वर्ग गज के प्लाट दो या आवासीय कालोनियों का निर्माण करो  पालिकाओं, परिषदों व निगमों में आये ग्रामीण सफाई कर्मचारियों, टयूबवैल चालकों व चौकीदारों को कर्मचारी का दर्जा देकर विभाग के रोल पर करो तथा ईपीएफ  व ईएसआईसी व अन्य सुविधा दी जाये। सभी कर्मचारियों का समय पर वेतन दिया जाए, वरिष्ठता एवं योग्यता के आधार पर एसीपी स्केल का लाभ दो एवं पदोन्नति करों डीए का 18 महीने का ऐरियर दो, कोरोना योद्धाओं को एक माह के वेतन के समान बोनस दो, लिपिक का वेतन 35400 रूपये करों, पंजाब के समान वेतन एवं पेंशन में बढ़ोतरी करो, चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों की भांति, तृतीय श्रेणी के कर्मचारियों को वर्दी देने के स्थान पर वर्दी, भत्ता वेतन में दिया जाए, सेवा नियमों में ढील देकर वरिष्ठ कर्मचारियों को एसीपी का लाभ दो।

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