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फरीदाबाद 22 फरवरी आंगनवाड़ी वर्कर और हेल्पर यूनियन की हड़ताल आज मंगलवार को भी जारी रही। हड़ताली कार्यकर्ताओं ने लघु सचिवालय के सामने अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखा। और जमकर सरकार विरोधी नारे लगाए। सरकार की नीतियों से नाराज वर्करों ने बर्खास्त कर्मचारियों को बहाल करो, आंदोलनरत वर्करों हेलपरो को धमकी देना बंद करो के नारे लगाए। प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व जिले की वरिष्ठ उपप्रधान सुरेंद्र री ने किया जबकि संचालन जिला सचिव मालवती कर रही थी। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार फरीदाबाद जिले की सभी केंद्रों में कार्यरत वर्कर और हेल्पर भारी संख्या में आज बड़े सवेरे डीसी ऑफिस सेक्टर 12 के कार्यालय के सामने एकत्रित हुई। इस अवसर पर प्रदर्शनकारियों को सीटू के जिला उपाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह डंग
वाल ने संबोधित किया। उन्होंने राज्य सरकार पर हड़ताली आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ वायदा खिलाफी करने का आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि आज हड़ताल करते हुए 80 दिन पूरे हो गए हैं। सरकार मांगों को नहीं मान रही है। जबकि यूनियन के प्रतिनिधिमंडल को बातचीत के लिए बुलाया जाता है। लेकिन बातचीत बेनतीजा रहती है। ऐसे में प्रशासन की तरफ से आंगनवाड़ी वर्करों एवम् हेल्परों पर राशन बांटने के लिए लगातार दबाव बनाया जा रहा है। विभाग के अधिकारी आज भी वर्करों को टर्मिनेट करने की धमकी दे रहे हैं। वर्करों और सहायिकाओं को मानसिक तनाव में डाला जा रहा है। लेकिन वह अधिकारियों के दबाव में नहीं आ रही है। सभी वर्करों और सहायिकाओं के हौसले बुलंद हैं। उन्होंने संकल्प ले लिया है। जब तक उनकी मांगों को नहीं माना जाता है। और बर्खास्त कर्मचारियों की बहाली नहीं होती तब तक वे हड़ताल में ही रहेंगे। उन्होंने अधिकारियों और सरकार की मिलीभगत से चलाई जा रही दमनकारी नीतियों के मुंहतोड़ जवाब देने का निर्णय ले लिया है। उन्होंने कहा कि वर्करों और सहायिकाओं को आपस में बांटने का प्रयास किया जा रहा है लेकिन उन्हें इसमें सफलता नहीं मिलेगी। यूनियन की मुख्य मांगों में वर्ष 2018 में मुख्यमंत्री के द्वारा की गई घोषणा के अनुसार 10 वर्ष के बाद कुशल और अकुशल का दर्जा आंगनवाड़ी वर्करों पर हेल्पर को देना, मानदेय में महंगाई भत्ता की किस्तों को जोड़कर के वेतन का भुगतान करना, देश के प्रधानमंत्री के द्वारा 11 सितंबर 2018 को आंगनवाड़ी वर्कर के लिए वेतन में 1500 रुपए की बढ़ोतरी और सहायिकाओं के वेतन में 750 रूपए के वेतन बढ़ोतरी को लागू करना, सेवानिवृत्त के बाद तीन लाख की राशि का भुगतान करना,पोषण ट्रैकर एप डाउनलोड करने के आदेश को निरस्त करना, ऑनलाइन काम के वर्क को ऑप्शनल रखना इत्यादि हैं। आज के प्रदर्शन को सीटू के प्रधान निरंतर पाराशर, सीमा, वरिष्ठ उप प्रधान सुरेंद्र री, गीता, आदि ने भी संबोधित किया।
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