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जे.सी. बोस विश्वविद्यालय ने किया राष्ट्रीय पर्यावरण युवा संसद का आयोजन

Posted by : pramod goyal on : Thursday 13 January 2022 0 comments
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 फरीदाबाद, 13 जनवरी - जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद ने स्वामी विवेकानंद की जयंती के उपलक्ष में राष्ट्रीय युवा दिवस पर पर्यावरण संरक्षण की दिशा में काम करने वाली संस्था ‘पर्यावरण संरक्षण गतिविधि’ के सहयोग से राष्ट्रीय पर्यावरण युवा संसद-2022 का आयोजन किया। पर्यावरण गतिविधियों में युवाओं की भागीदारी को प्रोत्साहित करने पर केन्द्रित राष्ट्रीय पर्यावरण युवा संसद के अंतर्गत पर्यावरण चेतना और पर्यावरण स्थिरता विषय को लेकर समूह चर्चा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संयोजन विश्वविद्यालय के वसुंधरा ईसीओ-क्लब द्वारा किया गया था। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय और संबद्ध कालेजों के छात्रों की उत्साहजनक भागीदारी रही।

कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में सीएसआईआर-राष्ट्रीय विज्ञान संचार और नीति अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली की निदेशक प्रो. रंजना अग्रवाल मुख्य अतिथि रही। सत्र की अध्यक्षता कुलपति श्री राज नेहरू ने की। कुलपति श्री नेहरू ने स्वामी विवेकानंद को श्रद्धांजलि दी तथा राष्ट्रीय युवा दिवस के महत्व पर बल दिया। पर्यावरण संरक्षण के महत्व पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण धरती माता की एक महान सेवा है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण क्षरण के लिए मनुष्य स्वयं जिम्मेदार है और इसे बचाना हमारा कर्तव्य है, इसलिए हम में से प्रत्येक को पर्यावरण संरक्षण उपायों में भागीदारी सुनिश्चित करनी होगी। 
सत्र को संबोधित करते हुए प्रो. अग्रवाल ने ‘पंच भूत’ के महत्व को समझाया। उन्होंने कहा कि पांच महान तत्व पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु, आकाश सभी ब्रह्मांडीय सृजन के आधार हैं। उन्होंने जल और वायु की गुणवत्ता में गिरावट पर चिंता व्यक्त की जो पृथ्वी को कई तरह से नुकसान पहुंचा रही है। उन्होंने कहा कि हमें पर्यावरणीय चुनौतियों से निपटने के लिए नई रणनीति खोजने का प्रयास करना चाहिए और पृथ्वी

की रक्षा और संरक्षण के लिए इन पंचभूत तत्वों को संतुलित करना चाहिए। सत्र का समापन कुलसचिव डॉ. एस.के. गर्ग के धन्यवाद ज्ञापन से हुआ।

कार्यक्रम की जानकारी देते हुए पर्यावरण विज्ञान एवं अभियांत्रिकी विभाग की अध्यक्षा डॉ. रेणुका गुप्ता ने बताया कि पर्यावरण मुद्दों पर राष्ट्रीय पर्यावरण युवा संसद 2022 का आयोजन विश्वविद्यालय स्तर, क्षेत्रीय स्तर और राष्ट्रीय स्तर पर किया जा रहा है. विश्वविद्यालय स्तरीय प्रतियोगिता के आठ विजेता नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के अवसर पर 23 जनवरी 2021 को होने वाली क्षेत्रीय स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेंगे। इसी प्रकार, क्षेत्रीय स्तर की प्रतियोगिता के आधार पर 27 फरवरी, 2022 को संसद भवन, नई दिल्ली में होने वाले ग्रैंड फिनाले के लिए राष्ट्रीय प्रतियोगिता के प्रतियोगियों का चयन किया जाएगा। राष्ट्रीय प्रतियोगिता के विजेताओं को संरक्षण गतिविधि संगठन द्वारा नेशनल बेस्ट स्पीकर, नेशनल यूथ आइकन, बेस्ट जर्नलिस्ट, बेस्ट फोटो जर्नलिस्ट तथा बेस्ट कार्टूनिस्ट पुरस्कार श्रेणी में प्रदान किये जायेंगे। 
विश्वविद्यालय स्तर पर हुई समूह चर्चा (ग्रुप डिस्कशन इवेंट) के छह विजेता जे.सी. बोस विश्वविद्यालय से रहे, जिनमें आर्यन (बीटेक ईसीई), साहिल (बीए - सोशल वर्क्स), अंकिता अग्रवाल (एमएससी - ईवीएस), प्रिंशिला (एमएससी - ईवीएस), दीपांशी यादव (बीएससी - भौतिकी), इकमीत कौर (बीटेक - सीई) शामिल हैं। इसके अलावा, दो विजेता विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेज से थे, जिनमें सतयुग दर्शन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, फरीदाबाद से आभा कपूर (बीबीए डिजिटल मैनेजमेंट) और रावल इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, फरीदाबाद से वर्तिका कंसल (बीटेक-सीएसई) विजेता रहीं। सभी आठ विजेता छात्र 23 जनवरी, 2022 को होने वाली क्षेत्रीय स्तर की प्रतियोगिता में भाग लेंगे।
कार्यक्रम के सफल संचालन में डॉ. हरीश कुमार, डॉ. साक्षी कालरा, डॉ. प्रीति सेठी, डॉ. प्रशांत कुमार, डॉ. रूपाली मदान, डॉ. सोमवीरबाजार, डॉ. अनीता गिरधर, डॉ. नवीश कटारिया और श्री मनीष गुप्ता ने योगदान दिया।

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