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जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास सेक्टर 15 के कार्यालय का फरीदाबाद में घेराव किया

Posted by : pramod goyal on : Monday 31 January 2022 0 comments
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 फरीदाबाद 31 जनवरी आंगनवाड़ी वर्कर और हेल्पर यूनियन ने आज सोमवार को राज्य कमेटी के फैसले के अनुसार जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास सेक्टर 15 के कार्यालय का फरीदाबाद में घेराव किया। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार फरीदाबाद जिले की सभी केंद्रों में  कार्यरत सैकड़ों की तादात में वर्कर और हेल्पर आज बड़े सवेरे  पुराना डीसी ऑफिस सेक्टर 15 के कार्यालय में एकत्रित हुई। यहां से नारे लगाती हुई जिला कार्यक्रम अधिकारी के कार्यालय के समीप पहुंचे। गुसाई कार्यकर्ताओं ने दफ्तर को चारों तरफ से घेर लिया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला प्रधान देवेंद्र री कर रही थी। जबकि संचालन जिला सचिव मालवती ने किया। इस मौके पर प्रदर्शनकारियों को सीटू के जिला उपाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह डंगवाल ने संबोधित किया। उन्होंने राज्य सरकार पर हड़ताली आंगनवाड़ी  कार्यकर्ताओं की उपेक्षा करने का आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि आज हड़ताल को 55 दिन हो गए हैं। लेकिन सरकार  मांगों को लागू करने के बजाए दमनकारी नीतियों को अपना रही है। जिलों में तैनात कार्यक्रम अधिकारी कर्मचारियों की हड़ताल को कमजोर करने के लिए उन्हें मानसिक तौर से प्रताड़ित कर रही हैं।कर्मचारियों में भय और डर का माहौल पैदा करने के लिए बड़ी संख्या में आंगनवाड़ी वर्कर और हेल्पर को बर्खास्त कर दिया गया है। हजारों में वर्करों को कारण बताओ नोटिस जारी कि


ए जा रहे हैं। इतना ही नहीं आगनबाड़ी केंद्रों में जाकर के अधिकारी नोटिस चस्पा रहे हैं।आगनबाड़ी केंद्रों के ऊपर अलग से ताले लगाए जा रहे हैं। अधिकारियों  और सरकार की मिलीभगत से चलाई जा रही दमनकारी नीति को अपनाने के बावजूद भी हजारों वर्कर्स हड़ताल में शामिल है। सरकार की दमनकारी नीतियों का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए कल 1 को सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन और सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के हजारों की वर्कर्स बीके नगर निगम चौक पर एकत्रित होकर के  सरकार की नीतियों के खिलाफ आक्रोश प्रदर्शन मैं भाग लेंगे। प्रदर्शनकारियों को किसान संघर्ष समिति के नेता सतपाल नरवत ने भी संबोधित किया। उन्होंने सरकार की नीतियों की आलोचना करते हुए। दमन और उत्पीड़न के बजाय आंगनवाड़ी वर्कर और हेल्पर की मांगों को लागू करने पर जोर दिया। उन्होंने अपनी तरफ से आंगनवाड़ी वर्करों और हेल्पर को पूर्ण रुप से समर्थन का ऐलान किया। आंगनवाड़ी वर्करों और हेल्पर की मुख्य मांगों में मुख्यमंत्री के साथ 29 दिसंबर को हुए  फैसले को ज्यों का त्यों लागू करना, वर्ष 2018 में मुख्यमंत्री के द्वारा की गई घोषणा के अनुसार 10 वर्ष के बाद कुशल और अकुशल का दर्जा आंगनवाड़ी वर्करों पर हेल्पर को देना, मानदेय में महंगाई भत्ता की किस्तों को जोड़कर के वेतन का भुगतान करना, देश के प्रधानमंत्री के द्वारा 11 सितंबर 2018 को आंगनवाड़ी वर्कर के लिए वेतन में 1500 रुपए की बढ़ोतरी और सहायिकाओं के वेतन में 750 रूपए के वेतन बढ़ोतरी को लागू करना, सेवानिवृत्त के बाद तीन लाख की राशि का भुगतान करना,पोषण ट्रैकर एप डाउनलोड करने के आदेश को निरस्त करना, ऑनलाइन काम के वर्क को ऑप्शनल रखना इत्यादि हैं। आज के प्रदर्शन को कोषाध्यक्ष सीमा, वरिष्ठ उप प्रधान सुरेंद्र री, गीता, राधा शर्मा, आदि ने भी संबोधित किया।


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