फरीदाबाद, 15 दिसम्बर। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वधान में कोरोना संक्रमण से संबंधित लोगों की समस्याएओ के समाधान करवाने के निर्देश दिए।
सीजेएम कम सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मंगलेश कुमार चौबे ने बताया कि सफलता की कहानी ये ऐसे समय हैं जब भारत कोविड-19 के संक्रमण के बचाव से उभर रहा है और प्रतिबंध हट रहा है। यह घातक कोरोना वायरस की पहली दो लहरों के बाद अनजाने में आगे बढ़ रहा है। हर कोई जो महामारी के दौरान पीड़ित हुआ था, उसके बाद जीवित रहने के लिए संघर्ष कर रहा है। ऐसे कई लोग हैं जो कोरोना की बीमारी से जाने के कगार पर जीवित बचे हैं। नए संस्करण के बाहर आने और मौसम दिन-ब-दिन ठंडा होता जा रहा है, सर्दियों के दिन हैं। जिनके बारे में एक बेघर आदमी के बारे सोचने की जरुरत है।
न्यायाधीश मंगलेश कुमार चौबे सीजेएम ने बताया कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा जिला एवं सत्र न्यायाधीश वाईएस राठौर के दिशा निर्देशानुसार कोरोना संक्रमण से संबंधित जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की टीम द्वारा विस्तार पूर्वक जानकारी उपलब्ध करवाई है।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव कम मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट माननीय मंगलेश कुमार चौबे के ने बताया कि प्राधिकरण के पैनल अधिवक्ताओं द्वारा बी.के. अस्पताल में पूछताछ करने पर जो जानकारी उपलब्ध हुई।
जिसमें मुख्य रुप से कुवर पाल कौशिक पुत्र भरत कौशिक, आयु 71 वर्ष, निवासी पटवारी कॉलोनी और शंकर पुत्र बाला, आयु 60, निवासी डबुआ कॉलोनी, दीवानचंद पुत्र शिबिन लाल, आयु 62, निवासी गोच्छी के मामले में समस्याओं की जानकारी मिली। इन लोगों की समस्याओं को लेकर अगली कार्रवाई के लिए आवश्यक निर्देश दिए हैं।
न्यायाधीश मंगलेश कुमार चौबे सीजेएम ने यह भी बताया कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की टीम द्वारा वृद्धाश्रम में भी जानकारी ली गई।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (डीएलएसए) डालसा के तहत काम करने वाले पैनल अधिवक्ताओं द्वारा त्वरित प्रयासों से इन असहाय वरिष्ठ नागरिकों के लिए ताऊ देवी लाल वृद्धाश्रम में आश्रय खोजना संभव बना दिया। उन्हें ऐसे तनावपूर्ण समय के दौरान कुछ शांति और रहने के लिए जगह खोजने में मदद की।
इन गतिविधियों के दौरान पैनल अधिवक्ता रविंद्र गुप्ता, राजेंद्र गौतम, रामवीर तंवर शामिल थे।
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