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आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने फरीदाबाद के विधायक नरेंद्र गुप्ता के कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया

Posted by : pramod goyal on : Thursday 23 December 2021 0 comments
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 फरीदाबाद 23 दिसंबर अपनी लंबित मांगों को लेकर हड़ताल कर रही आंगनवाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स  यूनियन की हजारों की संख्या में कार्यकर्ताओं ने आज फरीदाबाद के विधायक श्री नरेंद्र गुप्ता के कार्यालय पर


जोरदार प्रदर्शन किया। सरकार की नीतियों से खफा हुई बैठी महिला कर्मचारियों ने जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों को सीटू के जिला प्रधान निरंतर पराशर, उपाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह डंगवाल, ने संबोधित करते हुए बताया कि 8 दिसंबर से आरंभ हुई यह हड़ताल आज 16 दिन भी जारी है। जैसा कल यूनियन की प्रधान देविंदेरी शर्मा को आज 1:00 बजे सेक्टर 11 में विधायक जी के कार्यालय में मांग पत्र देने के लिए उनके पीए द्वारा समय दिया गया। लेकिन जब लघु सचिवालय से हजारों की संख्या में वर्कर और हेल्पर उनके कार्यालय पर पहुंचे तो उन्हें सूचना दी गई कि एमएलए साहब यहां पर नहीं है।पुलिस प्रशासन के हवाले से दी गई सूचना से वर्करों में गुस्सा फैल गया। उन्होंने घोषणा कर दी कि जब तक एमएलए ज्ञापन लेने के लिए खुद नहीं आते तब तक वर्कर वहां से नहीं जाएंगी  अंत में ढाई बजे एमएलए साहब आ गए और उन्होंने आगनबाड़ी वर्कर और हेल्पर्स का 19 सूत्री मांग पत्र लेकर आगामी 27 तारीख सोमवार को 12:00 बजे यूनियन के 5 प्रतिनिधियों को बातचीत के लिए आमंत्रित किया। इसके बाद ही यूनियन का उनके कार्यालय के सामने जारी धरना समाप्त हुआ। इस धरने को जॉइंट ट्रेड यूनियन काउंसिल के घटक सदस्यों में से  एटक के महासचिव श्री बेचू गिरी, जिला महासचिव आरएन सिंह ने भी संबोधित किया। संयुक्त तालमेल कमेटी के बैनर तले  ही रही हड़ताल को सभी वर्कर और हेल्परों ने पूरी एड़ी चोटी का जोर लगा दिया है।  हड़ताली कर्मचारियों को  संबोधित करते हुए वीरेंद्र सिंह डंगवाल ने बताया कि सरकार आंगनवाड़ी वर्करों पर पोषण ट्रैक्रर ऐप डाउनलोड करके ऑनलाइन काम करने का दबाव बना रही है। नई शिक्षा नीति को लागू करते हुए प्ले वे स्कूल के नाम पर आईसीडीएस का निजीकरण नहीं होने दिया जाएगा। सरकार ने  साल  2018 में की गई घोषणाओं को भी लागू नहीं किया।महंगाई भत्ते का बकाया का भुगतान करने के अलावा प्रधानमंत्री द्वारा वर्ष 2018 में की गई वर्कर्स और हेल्पर्स के वेतन में 15 सौ रुपए और 750 रुपए की बढ़ोतरी को अमल में नहीं लाया जा रहा है। जिला सचिव मालवती ने बताया कि आंगनवाड़ी वर्कर और हेल्पर की संयुक्त तालमेल कमेटी ने 22 नवंबर को सरकार और विभाग को हड़ताल का नोटिस दे दिया था।  लेकिन अभी तक सुनवाई नहीं हुई है।  उन्होंने बताया कि आंगनवाड़ी वर्कर  यूनियन की मांगों में आंगनबाड़ी वर्कर्स को 5 लाख और हेल्पर्स को तीन लाख रुपए का रिटायरमेंट का लाभ देने, रिटायरमेंट होने पर पेंशन लागू करने, आंगनवाड़ी वर्कर से सुपरवाइजर के रूप में 50% की पदोन्नति को बिना किसी शर्त के लागू करने के अलावा आंगनवाड़ी केंद्रों का बढ़ा हुआ किराया ग्रामीण क्षेत्र दो हजार छोटे कस्बों और शहरों में तीन हजार बड़े शहरों में 5हजार को लागू करना किराया कम देने पर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई अमल में लाए जाने और आंगनवाड़ी वर्कर पर हेल्पर को विभागीय ट्रेनिंग या मीटिंग में बुलाने पर टीए और डीए का भुगतान करने तथा 18 किलोमीटर की सीमा को खत्म करने के अलावा आंगनवाड़ी वर्कर हेल्पर को दुर्घटना होने पर इलाज का पूरा खर्च देने और मृत्यु  होने पर अन्य विभाग अन्य विभागों की तर्ज पर तीन लाख रुपए का मुआवजा और आश्रित को नौकरी देने के अलावा वर्कर हेल्पर की वर्दी की राशि बढ़ाने की मांग है।आज के इस प्रदर्शन को गीता, मालवती, सीमा, आरती ने भी संबोधित किया।

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