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मानवाधिकार दिवस - सभी के साथ समानता का करें व्यवहार

Posted by : pramod goyal on : Friday 10 December 2021 0 comments
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 विश्व मानवाधिकार दिवस पर राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय एन आई टी तीन फरीदाबाद में प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा की अध्यक्षता में जूनियर रेडक्रॉस गाइड्स और सैंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड ने वर्चुअल कार्यक्रम आयोजित कर सभी से समानता का व्यवहार करने का संदेश दिया। जूनियर रेडक्रॉस और ब्रिगेड प्रभारी प्राचार्य मनचंदा ने कहा कि 


ऋग्वेद में सर्वे भवन्तु सुखिनः की ऋचा  प्राचीन काल से भारतीय संस्कृति में मानवाधिकार की उपस्थिति को दर्शाती है। देश में मानव अधिकार के लिए सबसे पहले महात्मा फुले ने आवाज उठाई थी। इस वर्ष का थीम भी असमानताओं को कम करना, मानवाधिकारों को आगे बढ़ाना घोषित किया गया है। वर्ष 1950 में संयुक्त राष्ट्र ने विश्व मानवाधिकार दिवस मनाना शुरू किया। कहने का अर्थ यह है कि मानव अधिकार सिद्धांत की संकल्पना सदियों पुरानी प्राचीन काल से चली आ रही है व्यवहारिक दृष्टि से इसका प्रारंभ द्वितीय विश्व युद्ध के भयंकर परिणाम के बाद हुआ जब अंतर्राष्ट्रीय शांति स्थापित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 10 दिसंबर 1948 को मानव अधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा को अंगीकृत किया। प्राचार्य मनचंदा ने बताया कि वैश्विक स्तर पर मानवाधिकारों के लिए चेतना जागृत  करने में इस घोषणा का महत्वपूर्ण योगदान है। इसके पश्चात 1966 की अंतर्राष्ट्रीय प्रसंविदाएं, यूरोपीय कन्वेंशंस, सिंगापुर घोषणा पत्र, संयुक्त राष्ट्र चार्ट में निहित घोषणाएं जैसे विधानों ने इस सिद्धांत को और पुष्ट किया इन में अधिकार के साथ साथ कर्तव्यों की भी चर्चा हुई है जिसमें अधिकार के साथ मनुष्य का उस समुदाय के प्रति कर्तव्य है ताकि उसके सम्पूर्ण व्यक्तित्व का उन्मुक्त विकास हो सके। अधिकारों की श्रृंखला में  मानवाधिकार को सर्वोच्च स्थान प्राप्त है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार मानवाधिकार वे अधिकार हैं जो हमारे पास केवल इसलिए हैं, क्योंकि हम मानव है वे किसी भी राज्य द्वारा प्रदान नहीं किए गए हैं। राष्ट्रीयता लिंग, मूल, रंग, धर्म, भाषा, या किसी अन्य जातीय भेदभाव किए बिना ये सार्वभौमिक अधिकार हम सभी के लिए प्रकृति प्रदत्त हैं।  सैद्धांतिक तौर पर इन अधिकारों का अतिक्रमण विश्व के किसी भी देश या किसी भी सरकार के द्वारा नहीं किया किया जाना चाहिए ।  प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा और एक्टिविटीज कॉर्डिनेटर डॉक्टर जसनीत कौर ने छात्राओं अंजुम, निशा, प्रियांशी, भूमिका, सिया, प्रिया, कुमकुम और निशा कुमारी का कार्यक्रम से सहभागिता के लिए अभिनंदन किया।

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