फरीदाबाद 21 दिसंबर आंगनवाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स की संयुक्त तालमेल कमेटी के बैनर तले ही रही हड़ताल के 14 वे दिन फरीदाबाद जिले की सभी कार्यकर्ता लघु सचिवालय के समीप पार्क में एकत्रित हुई। जब यहां से सभी वर्कर और हेल्पर जीटी रोड की तरफ कूच करने लगी तो पुलिस प्रशासन ने उन्हें आगे नहीं जाने दिया। बैरी गेट लगाकर सभी को रोका दिया गया। गुस्साए वर्करों ने यही पर हरियाणा सरकार के मुर्दाबाद,और आंगनवाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स की एकता जिंदाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए। उन्होंने सरकार पर उनके साथ अन्याय करने का आरोप लगाया। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार जैसे ही बड़े सवेरे हजारों वर्कर और हेल्पर्स धरना स्थल पर पहुंची। तो वहां पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। जैसा कि पहले दिन प्रदेश के मुख्यमंत्री का पुतला दहन करने के बाद प्रधान देवेंद्ररी शर्मा ने आज जीटी रोड की तरफ कूच करने का ऐलान किया था।इस लिए पुलिस वाले आंदोलनकारियों को कानून व्यवस्था की बात को लेकर रोकना चाहते थे। हड़ताली आगनबाड़ी वर्कर और हेल्पर हर हाल में जीटी रोड पर जाने पर आमादा थी। सीटू के जिला प्रधान निरंतर पाराशर और जिला उपाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह डंगवाल ने पुलिस प्रशासन पर वर्करों को रोकने का आरोप लगाते हुए बताया कि हड़ताल पूर्ण रूप से शांतिपूर्वक चल रही है। लेकिन सरकार हड़ताली वर्करों की नहीं सुन रही है। हड़ताली कर्मचारियों को संबोधित करते हुए वीरेंद्र सिंह डंगवाल ने बताया कि स
रकार आंगनवाड़ी वर्करों पर पोषण ट्रैक्रर ऐप डाउनलोड करके ऑनलाइन काम करने का दबाव बनाया जा रहा है। नई शिक्षा नीति को लागू करते हुए प्ले वे स्कूल के नाम पर आईसीडीएस का निजीकरण करना और महिला बाल विकास विभाग के कार्यों को एनजीओ या प्राइवेट संस्था के हवाले करने की योजना सरकार के विचाराधीन है। यदि विभाग का निजीकरण हो जाएगा तो आंगनवाड़ी वर्करों और हेल्पर की सेवाएं प्रभावित होंगी।यूनियन की मांग है। कि सभी वर्करों व हेल्परो की नौकरी पक्की की जाए। साल 2018 में की गई घोषणाओं को लागू करके महंगाई भत्ते का बकाया का भुगतान करने के अलावा प्रधानमंत्री द्वारा वर्ष 2018 में की गई वर्कर्स और हेल्पर्स के वेतन में 15 सौ रुपए और 750 रुपए की बढ़ोतरी को लागू किया जाए। जिला सचिव मालवती ने बताया कि आंगनवाड़ी वर्कर और हेल्पर की संयुक्त तालमेल कमेटी ने 22 नवंबर को सरकार और विभाग को हड़ताल का नोटिस दे दिया था। लेकिन अभी तक भी विभाग और सरकार की तरफ से मांगों पर को लागू करने के लिए कोई कार्रवाई नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि आंगनवाड़ी वर्कर यूनियन की मांगों में आंगनबाड़ी वर्कर्स को 5 लाख और हेल्पर्स को तीन लाख रुपए का रिटायरमेंट का लाभ देने, रिटायरमेंट होने पर पेंशन लागू करने, आंगनवाड़ी वर्कर से सुपरवाइजर के रूप में 50% की पदोन्नति को बिना किसी शर्त के लागू करने के अलावा आंगनवाड़ी केंद्रों का बढ़ा हुआ किराया ग्रामीण क्षेत्र दो हजार छोटे कस्बों और शहरों में तीन हजार बड़े शहरों में 5हजार को लागू करना किराया कम देने पर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई अमल में लाए जाने और आंगनवाड़ी वर्कर पर हेल्पर को विभागीय ट्रेनिंग या मीटिंग में बुलाने पर टीए और डीए का भुगतान करने तथा 18 किलोमीटर की सीमा को खत्म करने के अलावा आंगनवाड़ी वर्कर हेल्पर को दुर्घटना होने पर इलाज का पूरा खर्च देने और मृत्यु होने पर अन्य विभाग अन्य विभागों की तर्ज पर तीन लाख रुपए का मुआवजा और आश्रित को नौकरी देने के अलावा वर्कर हेल्पर की वर्दी की राशि बढ़ाने की मांग है।आज के इस प्रदर्शन को गीता, मालवती, सीमा, विधु प्रभा ने भी संबोधित किया।
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