फरीदाबाद 12 नवंबर महिला एवं बाल विकास विभाग के निजी करण पर रोक लगाने और आंगनबाड़ी केंद्रों को नई शिक्षा नीति के नाम पर प्ले स्कूलों में मर्ज करने के विरोध में आंगनवाड़ी वर्कर्स एवं हेल्पर यूनियन ने आज लगातार तीसरे दिन भी उपायुक्त कार्यालय के समक्ष सेक्टर 12 फरीदाबाद में जोरदार प्रदर्शन जारी रखा। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार सैकड़ों प्रदर्शनकारी वर्कर एवं हेल्पर सेक्टर 12 स्थित पार्क में एकत्रित हुई। यहां पर एक विरोध सभा का आयोजन किया गया। यहां पर उपस्थित आंगनवाड़ी वर्कर्स एवं हेल्पर्स को संबोधित करते हुए सीटू के जिला उपाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह डंगवाल ने केंद्र एवं राज्य सरकार पर आंगनवाड़ी वर्कर एवं सहायिकाओं की उपेक्षा करने का आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं ने कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर में भी सामुदायिक जागरूकता, सर्वेक्षण और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों की देखभाल की सेवाओं के कार्यों को भली-भांति पूरा किया।इनको अपनी ड्यूटी के अलावा आंगनबाड़ी केंद्रों में पूरक पोषाहार वितरण आदि की जिम्मेदारी भी सौंपी गई थी।इन कार्यों को करने के लिए इन्हें सरकार की तरफ से कोई सुरक्षात्मक उपकरण नहीं दिए गए। इसके बावजूद भी उन्होंने अपने कार्यों को पूरा। अब केंद्र और राज्य सरकार आंगनबाड़ी केंद्रों का विलय या उन्हें दूसरे में मर्ज करना चाहती है। सरकार की यह योजना आईसीडीएस को कमजोर बना रही है। जबकि आईसीडीएस को नियमित बनाने की मांग
को लेकर के यूनियन लगातार संघर्षरत है। यूनियन ने आगनबाडी कार्यकर्ताओं को वर्कर के रूप में रेगुलर करने की मांग को लेकर लगातार आंदोलन किए हैं। मांगो का उल्लेख करते हुए जिला प्रधान देवेंद्र री शर्मा ने बताया कि आंगनवाड़ी वर्कर्स पर ऑनलाइन काम करने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। जबकि किसी भी प्रकार की सुविधा उन्हें नहीं दी जा रही है। उन्होंने कहा कि आंगनवाड़ी वर्कर और हेल्पर को मानदेय का वितरण हर महीने की 7 तारीख को किया जाना चाहिए। इसके अलावा आंगनबाड़ी केंद्रों का किराया 6 महीने से लेकर 2 साल तक का बकाया शेष है। इसका भुगतान तुरंत किया जाए।इसके अलावा आंगनवाड़ी केंद्रों का किराया बढ़ाया जाए। अब तक शहरों में पंद्रह सौ रुपए और ग्रामीण क्षेत्रों में केवल दो सौ रुपए ही दिया जाता है।उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्रों में राशन की सप्लाई समय पर करने और मैं न्यू के हिसाब से राशन देने की मांग की उन्होंने बताया कि आंगनवाड़ी वर्कर हेल्पर को रिटायरमेंट के लाभ दिए जाएं। इसके साथ-साथ आंगनवाड़ी वर्कर से सुपरवाइजर के पद पर पदोन्नत किया जाए।उन्होंने आगनबाड़ी केंद्रों में पानी कैंपर पंखे झाड़ू अलमारी तमाम जरूरी सामान देने की मांग की। देवेंद्ररी शर्मा ने बताया कि वर्ष 2018 में माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा वर्करों के मानदेय में पंद्रह सौ रुपए की बढ़ोतरी की घोषणा की गई थी। जबकि हेल्पर के वेतन में सात सौ रुपए की बढ़ोतरी का ऐलान हुआ था। इस बढ़ी हुई राशि को कई राज्यों ने लागू भी कर दिया है। लेकिन हरियाणा में अभी तक सरकार ने आंगनवाड़ी वर्कर हेल्परो को बढ़ी हुई राशि नहीं दी है। उन्होंने वर्कर एवं हेल्पर के समायोजन को लागू करने वर्कर और हेल्पर से आईसीडीएस की 6 उद्देश्यों के अलावा दूसरे कार्य नहीं ले जाने की मांग भी की है। उन्होंने कहा कि वर्करों को परफॉर्मा भरने के लिए दो सौ और हेल्परो को सौ रुपए के हिसाब से जो राशि देनी चाहिए थी। कई जिलों में यह लंबित है। इसका भी भुगतान नहीं किया जा रहा है। आज के प्रदर्शन को सुरिंदेरी, गीता, सुमन, सीमा ने भी संबोधित किया।
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