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बिजली कर्मचारियों ने शुक्रवार को बल्लभगढ़ बस अड्डे के समक्ष जोरदार प्रदर्शन किया

Posted by : pramod goyal on : Friday, 26 November 2021 0 comments
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 फरीदाबाद,26 नवंबर। किसान आंदोलन के एक साल पूरा होने व तीनों कृषि कानूनों की वापसी की घोषणा से उत्साहित किसानों ने शुक्रवार को देशभर में आंशिक विजय दिवस मनाया। विजय दिवस के साथ एकजुटता प्रकट करने और किसान, मजदूर व गरीब विरोधी बिजली संशोधन बिल 2021 को रद्द करने की मांग को लेकर बिजली कर्मचारियों ने शुक्रवार को बल्लभगढ़ बस अड्डे के समक्ष जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के बाद सैकड़ों की संख्या में बिजली कर्मचारियों ने अटोहा मोड़ पलवल के लिए कूच किया और किसानों के आंशिक विजय दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए और एकजुटता प्रकट की। प्रदर्शन में इलैक्ट्रीसिटी इंप्लाईज फैडरेशन ऑफ इंडिया (ईईएफआई) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं एएचपीसी वर्कर यूनियन के उपाध्यक्ष सुभाष लांबा,आल हरियाणा पावर कारपोरेशनज वर्कर यूनियन (एएचपीसी) के वरिष्ठ उपाध्यक्ष शब्बीर अहमद गनी, सर्कल सचिव कृष्ण कुमार, केन्द्रीय कमेटी के सदस्य डालचंद शर्मा, मनोज जाखड़, विनोद शर्मा,एनआईटी यूनिट के सचिव गिरीश राजपूत, वरिष्ठ उपाध्यक्ष डिगंबर सिंह,  सुबोध कुमार, उमेश शर्मा, ग्रेटर फरीदाबाद यूनिट के प्रधान दिनेश शर्मा,ओल्ड यूनिट के प्रधान करतार सिंह शामिल थे। प्रदर्शन में किसान संधर्ष समिति नहर पार के महासचिव सतपाल नरवत व अखिल भारतीय किसान सभा के जिला प्रधान नवल सिंह नर्वत के नेतृत्व में दर्जनों किसानों ने भी शिरकत की।


कर्मचारियों को संबोधित करते हुए ईईएफआई के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुभाष लांबा व वरिष्ठ उपाध्यक्ष शब्बीर अहमद गनी ने किसानों को ऐतिहासिक एवं अभूतपूर्व जीत के लिए हार्दिक बधाई दी और आंदोलन में अकाल मृत्यु का शिकार हुए किसानों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने एमएसपी को कानूनी गारंटी देने, किसानों के खिलाफ दर्ज किए झुठे मुकदमे वापस लेने, बिजली संशोधन बिल 2021 को वापस लेने की मांग की। उन्होंने कहा कि जब तक इन मांगों को लेकर आंदोलन चलेगा, बिजली कर्मचारियों एवं सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा का पुरजोर समर्थन रहेगा। उन्होंने कहा कि अगर शीतकालीन सत्र में बिजली संशोधन बिल 2021 पारित हुआ तो बिजली वितरण प्रणाली भी निजी हाथों में सौंप दी जाएगी। इसके बाद सब्सिडी समाप्त हो जाएगी और बिजली की दरों में वृद्धि होगी। जिसके कारण बिजली किसान, मजदूर व गरीब की पहुंच से बाहर हो जाएंगी। इसलिए इसके खिलाफ बिजली कर्मचारियों, किसानों व गरीब उपभोक्ताओं को एकताबद्ध होकर निर्णायक आंदोलन का निर्माण करना होगा।
प्रदर्शन में रामसिंह, मनदीप कौशिक, वेद प्रकाश, अशोक कुमार, प्रेम सिंह, श्याम सुंदर, वेदप्रकाश शर्मा, नवीन रावत राहुल गौर, प्रकाश सिंह, रामकेश, सुनील कुमार,सतीश कुमार आदि मौजूद थे।

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