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फरीदाबाद ( ) ! किसान संघर्ष समिति नहर पार फरीदाबाद ने आज गाँव खेडी कलां में किसानों को इकट्ठा करके केन्द्र सरकार द्वारा तीनो कृषि कानूनो को वापिस लिये जाने पर एक दूसरे को लडडू खिलाकर व बांटकर खुशी का इजहार किया और इ
से किसानों की एक साल की तपस्या की जीत बताया। इस मौके पर किसान संघर्ष समिति के महासचिव सत्यपाल नरवत व किसान सभा के फरीदाबाद के जिला के प्रधान नबलसिंह ने कहा कि ये एक एतिहासिक एवं अभूतपूर्ण आन्दोलन एवं लोकतन्त्र की जीत बताया और इसके लिये लम्बे समय से आन्दोलन कर रहे सभी किसानों और आंदोलन को समर्थन देने वाले सभी मजदूरों, कर्मचारियों व समाज के सभी तबकों को बधाई दी | किसान संघर्ष समिति ने प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्र के नाम सम्बोधन में तीनो कृषि कानूनों को वापस लेने और माफी मागने का स्वागत किया है और इसे लोकतंत्र की जीत बताया है। किसान संघर्ष समिति के प्रधान जगवीर नागर व प्रैस सचिव अरुण त्यागी ने कहा कि सयुंक्त किमान मोर्चा की प्रमुख मांगो में शामिल एम. एस. पी. को कानूनी गारन्टी देने व बिजली संशोधन बिल 2021 के वापस लेने की मांग को सम्बोधित नहीं किया और इस आन्दोलन में 700 से ज्यादा किसानों की शहादत हुई और आन्दोलन में हजारों किसानों के खिलाफ संगीन धाराओं में झूठे मुकदमे दर्ज किये गये है उन पर प्रधानमंत्री जी नहीं बोले । किसान संघर्ष समिति ने खुशी जाहिर की कि प्रधानमंत्री जी ने आज इन आन्दोलनकारियों को किसान माना है नहीं तो पहले इन्हें आन्दोलन जीवी, परजीवी, आतंकवादी, खालिस्तानी, नक्सली, कामरेड आदि संज्ञा दे रहे थे। इस मोके पर मुख्य रूप से किसन सिंह, कमलसिंह, मंगलीराम, दीपचन्द, जगदीश, मेहन्द्र, मोहनलाल, चन्दर सिंह, पवन सिंह, जजपा नेता अमर नरवत, प्रदीप गिल, रजवीर सिंह व भर्तलाल आदि उपस्थित थे।
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