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राज नेहरू ने जे.सी. बोस विश्वविद्यालय के कुलपति का पदभार संभाला

Posted by : pramod goyal on : Monday 8 November 2021 0 comments
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 फरीदाबाद, 8 नवम्बर - देश के पहले कौशल विश्वविद्यालय - श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के संस्थापक कुलपति श्री राज नेहरू ने आज जे.सी. बोस विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद के कुलपति का पदभार ग्रहण किया। वह विश्वविद्यालय के छठे कुलपति हैं तथा उन्होंने विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. दिनेश कुमार का स्थान लिया है। अपना कार्यकाल 3 नवंबर, 2021 को सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद प्रो. दिनेश कुमार कार्यमुक्त हो गये।


कुलसचिव डॉ. सुनील कुमार गर्ग, संकाय सदस्यों एवं कर्मचारियों ने श्री राज नेहरू का विश्वविद्यालय में स्वागत किया। उल्लेखनीय है कि श्री राज नेहरू को विश्वविद्यालय के नये कुलपति की नियुक्ति तक जे.सी. बोस विश्वविद्यालय का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है। 
एक कुशल प्रशासक एवं सफल कॉर्पोरेट प्रोफेशनल रहे श्री राज नेहरू को उनकी नेतृत्व कौशल एवं क्षमता के लिए पहचाना जाता है। वह भारत के पहले कौशल विश्वविद्यालय के संस्थापक कुलपति हैं जो दुनिया का कौशल विश्वविद्यालय है। वह राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) - 2020 के लिए कार्यान्वयन योजना के गठन पर यूजीसी समिति के सदस्य रहे हैं। उन्होंने हरियाणा कौशल विकास मिशन के मिशन निदेशक के रूप में भी काम किया है। श्री राज नेहरू को कौशल एवं नवाचार के क्षेत्र में उनके योगदान एवं नेतृत्व के लिए विभिन्न पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है, जिसमें इनोवेटिव लीडर अवार्ड, ब्रिक ऑफ चेंज अवार्ड और नीलकंठ सम्मान-2019 शामिल हैं। उन्हें हॉल ऑफ फेम, स्किल्स लीडरशिप अवार्ड-2020 से भी सम्मानित किया जा चुका है। हाल ही में उन्हें गोल्डन एआईएम कॉन्फ्रेंस एंड अवार्ड्स फॉर एक्सीलेंस एंड लीडरशिप इन एजुकेशन द्वारा सबसे प्रेरक कुलपति (मोस्ट इंस्पायरिंग वाइस चांसलर अवार्ड) से सम्मानित किया गया था।
उनके नेतृत्व में श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय ने दोहरी शिक्षा उद्योग एकीकृत मॉडल की शुरूआत की, जोकि अर्न व्हाइल लर्न स्कीम (सीखते समय कमाएं) के रूप में लोकप्रिय हो रहा है। उनके नेतृत्व में श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय को दोहरी व्यावसायिक शिक्षा के क्षेत्र में अनुकरणीय कार्यों के लिए राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न पुरस्कार भी प्राप्त हुए है। 
अतिरिक्त जिम्मेदारी के लिए हरियाणा के राज्यपाल और विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री बंडारू दत्तात्रेय का आभार व्यक्त करते हुए श्री राज नेहरू ने कहा कि जे.सी. बोस विश्वविद्यालय की स्थापना के बाद से उत्कृष्टता की एक लंबी विरासत रही है और कुलपति के रूप में इस विश्वविद्यालय से जुड़ना उनके लिए सम्मान की बात है। उन्होंने विश्वविद्यालय द्वारा की गई विभिन्न गुणवत्ता पहलों की सराहना की और कहा कि पूर्व कुलपति प्रो. दिनेश कुमार का कार्यकाल उपलब्धियों भरा रहा है। उन्होंने अकादमिक एवं ढांचागत विकास में विश्वविद्यालय को बुलंदियां प्रदान की है। 
विश्वविद्यालय को लेकर प्राथमिकता पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि वर्तमान में, विश्वविद्यालय नैक ‘ए’ ग्रेड मान्यता हासिल है और  विश्वविद्यालय मान्यता के अगले चरण में प्रवेश करने जा रहा है जो इस वर्ष के अंत तक होने वाला है। नैक से अच्छा ग्रेड हासिल करने की दिशा में काम करना उनकी पहली प्राथमिकता होगी। इसके अलावा, वह चल रही विभिन्न विकास परियोजनाओं को समयबद्ध रूप से पूरा करने का प्रयास करेंगे। उन्होंने इस बात की सराहना की कि विश्वविद्यालय ने विश्वविद्यालय स्तर के विभिन्न  पाठ्यक्रमों में शत-प्रतिशत तक दाखिल करने में सफलता हासिल की है जो विश्वविद्यालय को लेकर विद्यार्थियों के विश्वास को दर्शाता है। उन्होंने दाखिला लेने वाले नये विद्यार्थियों को आगामी शैक्षणिक सत्र के लिए शुभकामनाएं दी हैं।

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