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विदेशी महिला बनकर दोस्ती कर गिफ्ट भेजना, फिर कस्टम अधिकारी बनकर गिफ्ट के सरचार्ज के नाम पर ठगी करने वाले 4 आरोपियों को किया गिरफ्तार

Posted by : pramod goyal on : Sunday 28 November 2021 0 comments
pramod goyal
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 फरीदाबाद:* आजकल के आधुनिक दौर में मैट्रीमोनियल साईट पर अपना जीवन साथी तलाशना बहुत से लोगो का एक माध्यम है। इस तरीके से जीवन साथी को ढूंढना सुगम भी हैं लेकिन अधुरी जानकारी से मैट्रीमोनियल साईट पर जीवन साथी की तलाश लोगो के लिए विपत्ति भी बन जाती हैं । कुछ लोग मैट्रीमोनियल साईट पर झूठे प्रोफाईल बनाकर लोगो को शादी का झूठा झांसा देकर इसकी एवज मे अलग-अलग बहाने बनाकर लोगो से पैंसे ऐंठते हैं। ऐसे ही लोगो से ठगी करने वाले एक गिरोह के 4 सदस्यों को साइबर अपराध थाना फरीदाबाद ने गिरफ्तार किया है।


गिरफ्तार किए गए आरोपी में चिनोंतो रॉय अकाता, अजय, आतिफ अली व एक महिला आरोपी शामिल है। आरोपी चिनोंतो रॉय अकाता नाइजीरियन है। सभी आरोपी फिलहाल दिल्ली में रह रहे थे।


इसी तरह आरोपियो ने मैट्रीमोनियल साईट पर शादी का झांसा देकर फरीदाबाद के निवासी अमरीक से 5 लाख 78 हजार रुपये धोखाधडी से हडप लिये। पीड़ित अमरीक की मुलाकात आरोपित लड़की से संगम नामक मेट्रोमोनियल साइट पर हुई थी जहां पर लड़की ने अपने आपको नीदरलैंड देश के ऐम्स्टर्डैम शहर का बताकर उसे दोस्ती कर ली तथा उसे अपने प्यार के जाल में फंसा लिया। इसके पश्चात आरोपित लड़की ने मिलने के लिए भारत आने के बाद कही। कुछ समय पश्चात आरोपित लड़की ने अमरीक को फोन करके बताया कि वह लगभग 88 लाख का सामान अपने साथ लेकर आ रहे थे और एयरपोर्ट पर कस्टम अधिकारियों ने उसे पकड़ लिया। इसके पश्चात उसने अमरीक की अपने आरोपी साथी से बात करवाई जिसने कस्टम अधिकारी बनकर अमरीक से बात की और बताया कि कस्टम की कागजी कार्रवाई के लिए उन्हें 5 लाख 78 हजार रुपए भरने पड़ेंगे। लड़की ने अमरीक को कहा कि उसके पास अभी इतने पैसे नहीं है और मदद के नाम पर उसे पैसे भेजने के लिए कहा। अमरीक ने लड़की की बातों में आकर उनके फर्जी खाते में पैसे ट्रांसफर कर दिए।

जब अमरीक को फर्जीवाड़े का पता चला तो उसने इसकी शिकायत थाना साइबर अपराध मे लिखित दरखास्त दी जिस पर आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी व षडयंत्र की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज करके मामले की जांच शुरू की गई। पुलिस आयुक्त विकास अरोडा ने इस मामले का संज्ञान लेते हुए आरोपियो को जल्द पकडने के निर्देश दिये। जिसके तहत उपरांत डीसीपी क्राइम नरेन्द्र सिंह के मार्गदर्शन में प्रबंधक थाना साइबर अपराध बसंत कुमार के नेतृत्व में उप निरीक्षक राजेश,योगेश, सहायक उप निरीक्षक नीरज, सत्यवीर, महिला मुख्य सिपाही अंजु, सिपाही संदीप, आज़ाद, अमित व अंशुल कुमार की एक टीम का गठन किया, तकनीक का प्रयोग करके कडी मेहनत से आरोपियो को अलग अलग राज्यो से गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से 50 हजार 900 रुपए नकद तथा वारदात में प्रयोग 4 मोबाइल फोन बरामद किए गए।

पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि आरोपियों के फर्जी बैंक खाते में पिछले 6 माह में करीब 60 लाख रूपये का लेन देन पाया गया । रिकार्ड के अनुसार आरोपियों द्वारा गाजियाबाद, नोयडा (उत्तर प्रदेश), अहमदाबाद (गुजरात) व गुरुग्राम (हरियाणा) मे वारदातो का किया जाना पाया गया जो सभी थानों को सूचित किया जा रहा है। 
फर्जी अकाउंट (जिसमें पैसे ट्रांसफर करवाए गए थे) प्रोवाइड करवाने वाला आतिफ अली 7 दिन के पुलिस रिमांड पर , बाकी अन्य 3,  दोस्त बनी महिला सहित सिम उपलब्ध कराने वाला अजय व महिला के भाई बने नाइजीरियन को जेल भेज दिया है।

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