करनाल. हरियाणा के करनाल में पांच दिन से चल रहा किसान आंदोलन (Farmers Protest in Karnal) प्रशासनिक अधिकारियों और किसान नेताओं के बीच हुई बैठक में कई मुद्दों पर सहमति बनने के बाद अब खत्म हो गया है. इस बीच सिंचाई विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव (एसीएस) देवेंद्र सिंह ने बताया कि लाठीचार्ज के दौरान हुई किसान की मौत की न्यायिक जांच रिटायर्ड जज करेंगे. वहीं, मृतक किसान के परिवार के दो लोगों को नौकरी दी जाएगी. यही नहीं, जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती तब तक एसडीएम आयुष सिन्हा (SDM Ayush Sinha) छुट्टी पर रहेंगे.
इसके अलावा सिंचाई विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव (एसीएस) देवेंद्र सिंह कहा कि मृतक किसान के परिवार के दो लोगों को नौकरियां 1 हफ्ते में मिल जाएंगी. इस तरह करनाल के मिनी सचिवालय के बाहर कुछ दिनों से चल रहा गतिरोध अब समाप्त हो गया है. इस दौरान प्रदेशाध्यक्ष (भाकियू हरियाणा) गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने कहा कि मृतक किसान सुशील काजल के परिवार वालों को डीसी रेट पर दो नौकरी मिल जाएंगी. इसके साथ उन्होंने कहा कि अगर प्रशासन एसडीएम के खिलाफ एफआईआर दर्ज करता तो उसके बचने के ज्यादा संभावना थी, इसलिए हाइकोर्ट के रिटायर्ड जज इस मामले की जांच करेंगे. वहीं, चढ़ूनी ने कहा कि बैठक से पहले संयुक्त किसान मोर्चा के वरिष्ठ नेताओं से बातचीत हो चुकी थी. हमारी मांग मान ली गई हैं. इस बैठक में गुरनाम सिंह चढूनी के नेतृत्व में 13 किसान नेता पहुंचे थे. इस मीटिंग के बाद 7 सितंबर से चल रहा करनाल मिनी सचिवालय का घेराव खत्म हो गया है
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