HEADLINES


More

शिक्षा पर्व - कविता लेखन और निबंध लेखन प्रतियोगिता आयोजित

Posted by : pramod goyal on : Monday 6 September 2021 0 comments
pramod goyal
Saved under : , ,
//# Adsense Code Here #//

 राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय एन एच तीन फरीदाबाद की जूनियर रेडक्रास, गाइडस और सैंट जॉन एम्बुलेंस ब्रिगेड ने प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचन्दा के निर्देशानुसार शिक्षक पर्व के उपलक्ष्य में कविता लेखन और निबंध लेखन प्रतियोगिता आयोजित की। विद्यालय की जूनियर रेडक्रॉस, गाइड्स और सैंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड प्रभारी प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचन्दा ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षक दिवस के अवसर पर 17 सितंबर तक शिक्षक पर्व आयोजित किया जा रहा है जिस में विभिन्न वेबीनार सहित अन्य कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। विद्यालय में आज गणित प्राध्यापिका एवम एक्टिविटीज कॉर्डिनेटर डॉक्टर जसनीत कौर ने छात्राओं की कविता लेखन और निबंध लेखन प्रतियोगिता आयोजित करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। विद्यालय की छात्राओं ने शिक्षक पर्व के उपलक्ष्य में भारत के प्रथम उपराष्ट्रपति एवम देश के दूसरे राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली


राधाकृष्णन की स्मृति में उनके जन्मदिवस पर मनाया जाता है। प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचन्दा ने इस अवसर पर छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि पांच सितंबर को शिक्षक दिवस मनाने के पीछे एक कहानी है। एक बार सर्वपल्ली श्री राधाकृष्णन से उनके छात्रों ने उनके जन्मदिन का आयोजन करने के लिए पूछा। तब श्री राधाकृष्णन ने उनसे कहा कि आप मेरा जन्मदिन मनाना चाहते हैं यह अच्छी बात है, लेकिन यदि आप इस विशेष दिन को शिक्षकों द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किए गए योगदान और समर्पण को सम्मानित करते हुए मनाएं तो मुझे सबसे ज्यादा प्रसन्नता होगी। उनकी इसी इच्छा का सम्मान करते हुए हर वर्ष पांच सितंबर को देशभर में शिक्षक दिवस मनाया जाता है। रविंद्र कुमार मनचन्दा ने कहा कि हम अपने शिक्षकों के आभारी हैं, थे और सदैव रहेंगे। हमारे महान शिक्षकों ने जो मार्ग दिखाया उसी पर आगे बढ़ते हुए हम सफलता के सीढियां चढ़ना सीखे हैं। माता, पिता और गुरु ही विश्व में ऐसे व्यक्ति है जो आप की अर्थात अपने शिष्य की सफलता देखकर गर्वान्वित होते हैं। हम अपने गुरुओं द्वारा हम पर किए गए शिक्षा रूपी उपकार के ऋण से कभी उऋण नही हो सकते। कबीर जी ने कहा भी है कि "गुरू गोविन्द दोऊ खड़े, काके लागूं पांय। बलिहारी गुरू अपने गोविन्द दियो बताय।" गुरु की महिमा बारे संत तुलसीदास जी ने भी लिखा है कि ब्रह्मा जी भी चाहे तो गुरु के गुणों का वर्णन नहीं कर सकते, गुरु की महिमा अपरंपार है। प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचन्दा ने सुंदर आयोजन के लिए जसनीत कौर सहित सभी अध्यापकों का दिल की गहराइयों से अभिवादन किया। कविता लेखन और निबंध लेखन में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पर आने वाली छात्राओं सिया और निशा, सृष्टि और इंदू तथा हर्षिता और सोनी का अभिनंदन करते हुए सम्मानित भी किया। वरिष्ठ प्राध्यापिका ललिता, जसनीत कौर और संजय मिश्रा ने भी छात्राओं का अभिनंदन करते हुए प्रशंसा की।


No comments :

Leave a Reply