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आंगनवाड़ी वर्कर्स एंड हेल्पर्स, आशा वर्कर यूनियन, एवम् मिड डे मील के हजारों कर्मचारी पूर्ण रूप से हड़ताल पर रहे

Posted by : pramod goyal on : Friday, 24 September 2021 0 comments
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फरीदाबाद 24 सितंबर केंद्र सरकार की परियोजनाओं के तहत फरीदाबाद में कार्यरत  आंगनवाड़ी वर्कर्स एंड हेल्पर्स यूनियन, आशा वर्कर यूनियन, एवम् मिड डे मील के हजारों कर्मचारी आज पूर्ण रूप से हड़ताल पर रहे। यह हड़ताल केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा आगनबाडी वर्कर और हेल्पर्स, आशा वर्कर, मिड डे मील तथा क्रैच कर्मचारियों सहित तमाम परियोजनाओं में कार्यरत कर्मचारियों के साथ किए जा रहे भेदभाव और शोषण के विरोध में की गई है। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार जिले की तीनों परियोजनाओं में कार्यरत कर्मचारी  आज प्रातः बीके नगर निगम चौक पर एकत्रित हुए। यहां पर हजारों की संख्या में उपस्थित कर्मचारियों की सभा की अध्यक्षता आंगनवाड़ी वर्कर्स हेल्पर की प्रधान देवेंद्र री शर्मा, आशा वर्कर यूनियन की प्रधान हेमलता और मिड डे मील की उप प्रधान गीता ने संयुक्त रूप से की जबकि कार्रवाई का संचालन आंगनवाड़ी वर्कर एवम् हेल्पर यूनियन की जिला सचिव मालवती ने किया। यहां पर हुई सभा को सीटू के जिला सचिव लालबाबू शर्मा, जिला उपाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह डंगवाल, ने संबोधित करते हुए बताया कि केंद्र और राज्य की सरकार आंगनवाड़ी वर्कर और हेल्पर्स यूनियन आशा वर्करों और मिड डे मील की वर्करों के साथ भेदभाव कर रही है। उन्होंने आंगनवाड़ी वर्कर हेल्पर को न्यूनतम वेतन 24000 रुपए प्रतिमाह देने, आगनबाड़ी वर्करों को सुपरवाइजर के पद पर पदोन्नत करने, आंगनवाड़ी वर्करों और सहायिकाओं सहित आशा वर्करों को रिटायरमेंट के लाभ प्रदान करने, जब तक आशा वर्करों को पक्का नहीं किया जाता है। तब न्यूनतम वेतन लागू करने। कॉरोना का


ल में कार्यरत आशा वर्करों को जोखिम भत्ता के तौर पर पचास हजार रूपए देने, आशा वर्करों को स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी का दर्जा देने, इसके अलावा मिड डे मील वर्कर्स का वेतन बढ़ाने, बकाया वेतन का भुगतान करने, छटनी ग्रस्त वर्करों को काम पर रखने की मांग की उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति रद्द होनी चाहिए। सरकारी और सार्वजनिक क्षेत्र के कार्यों और सेवाओं के निजीकरण पर रोक लगनी चाहिए। उन्होंने केंद्र सरकार से  आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, आशा वर्कर की तरह मिड डे मील वर्करों को भी असंगठित क्षेत्र के मजदूरों की श्रेणी में रजिस्टर्ड करने की मांग की उन्होंने कहा कि आंगनवाड़ी वर्करों के साथ उनकी मांग को लेकर साल 2018 में मुख्यमंत्री जी के साथ हुए फैसले को अभी तक लागू नहीं किया गया है आंगनवाड़ी केंद्रों का किराया बढ़ाया नहीं गया है आंगनवाड़ी वर्कर हेल्पर को किसी भी ट्रेनिंग में मीटिंग में बुलाने पर यात्रा भत्ता नहीं दिया जाता है उन्होंने वर्कर और हेल्पर से की वर्दी को बढ़ाने की मांग की। इस सभा को सर्व कर्मचारी संघ के वरिष्ठ उपप्रधान और नगरपालिका कर्मचारी संघ के राज्य के प्रधान नरेश शास्त्री,सर्व कर्मचारी संघ जिला के प्रधान अशोक कुमार ने भी संबोधित किया। उन्होंने परियोजना कर्मियों की मांगों का पूर्ण रुप से समर्थन करते हुए सरकार से इनकी समस्याओं का समाधान करने की मांग की। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार नई नीति बनाकर सार्वजनिक क्षेत्र को निजी हाथों में दे रही है।इस मौके पर एटक के महासचिव बेचू गिरी जी ने भी वर्करों को पूरा समर्थन का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि सरकार ने श्रम कानूनों में संशोधन करके श्रमिकों के साथ भद्दा मजाक किया है। इस सभा को इंटक के जिला प्रधान हुकम चंद बेनीवाल ने भी संबोधित किया।I इसके बाद सरकार से नाराज हुई बैठी वर्करों ने जमकर नारेबाजी करते हुए बीके चौक से नीलम चौक तक जुलूस निकाला । वर्कर रिटायरमेंट का लाभ दो,सभी वर्करों को कर्मचारी का दर्जा प्रदान करो के नारे लगा रहे थे। इसके बाद मांगों का ज्ञापन सिविल सर्जन को दिया गया। सभा की समाप्ति पर सीटू के जिला प्रधान निरंतर पराशर, सर्व कर्मचारी संघ के ब्लॉक फरीदाबाद के प्रधान करतार सिंह, सुधा पाल, कमलेश, नीलम जोशी, सुशीला, सुरिंदेरी, अनीता भारद्वाज सुशीला, गीता, ने भी  संबोधित  किया। इसके बाद अध्यक्ष मंडल के सदस्य हेमलता ने कार्यक्रम का समापन किया।

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