//# Adsense Code Here #//
फरीदाबाद जिले के 47 सरकारी स्कूलों के 177 कमरे पीडब्ल्यूडी ने तीन चार साल पहले ही जर्जर व कंडम घोषित कर दिए हैं। इसकी जानकारी इन स्कूलों के प्रिंसिपल व हेड मास्टर ने कई बार जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय को दे दी है उसके बाव
जूद बार बार इन जर्जर कमरों का ब्यौरा मांगा जा रहा है ।ऑल इंडिया पेरेंट्स एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट अशोक अग्रवाल व हरियाणा अभिभावक एकता मंच के प्रदेश महासचिव कैलाश शर्मा ने शिक्षा विभाग की इस कार्रवाई को भैंस के आगे बीन बजाना बताया है। मंच का कहना है शायद शिक्षा विभाग के अधिकारी सोनीपत जैसे हादसे का इंतजार कर रहे हैं। कैलाश शर्मा ने कहा है कि इन 177 कमरों के अलावा 30 से ज्यादा स्कूलों के 100 से ज्यादा कमरे भी जर्जर व कंडम हो गए हैं जिनकी जानकारी भी जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय को दे दी गई है लेकिन इनको अभी तक पीडब्ल्यूडी से कंडम व जर्जर घोषित नहीं कराया गया है। इस साल सरकारी स्कूलों में छात्रों की संख्या बढ़ी है। कमरों की कमी के कारण इन्हीं अनसेफ कमरों में बच्चों को पढ़ाया जा रहा है। आइपा व मंच की टीम ने 2018 व 19 में सरकारी स्कूलों में जाकर वहां की हालात व संसाधनों की कमी के बारे जानकारी प्राप्त की थी तब कई स्कूलों की बिल्डिंग व कमरे जर्जर मिले थे। आईपा ने इन कंडम व जर्जर कमरों की वीडियो व फोटो अतिरिक्त मुख्य सचिव शिक्षा डॉ महावीर सिंह को भेजकर इनकी जगह नए कमरे बनाने का मांग पत्र भेजा गया था जिस पर सरकार ने कोई उचित कार्रवाई नहीं की इसके बाद इस कार्य के लिए पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया गया जिसके फलस्वरूप ही आज अनंगपुर, तिगांव, फरीदपुर,मोहना,गोच्छी में तीन चार मंजिली हाईटेक आधुनिक स्कूल बिल्डिंग बन रही है। मंच के प्रदेश महासचिव कैलाश शर्मा का कहना है कि फरीदाबाद के इन 77 सरकारी स्कूलों के 277 जर्जर व कंडम हो चुके कमरों को जल्द ही नया बनाने की कार्रवाई शिक्षा विभाग ने नहीं की तो फिर एक बार पुनः हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया जाएगा।
No comments :