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अमर शहीद गुलाब सिंह लोधी का 86 वां बलिदान दिवस कार्यक्रम आयोजित

Posted by : pramod goyal on : Monday 23 August 2021 0 comments
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 फरीदाबाद, 23 अगस्त। लोधी राजपूत जनकल्याण समिति (रजि) फरीदाबाद ने अपने रजि कार्यालय डी-533, सैक्टर-50 फरीदाबाद पर अमर शहीद गुलाब सिंह लोधी का 86 वां बलिदान दिवस कार्यक्रम आयोजित किया। इस अवसर पर मुख्य रूप से भाजपा ओबीसी मोर्चा के जिलाध्यक्ष भगवान सिंह, जेडीयू के युवा राष्ट्रीय सचिव सचिन तंवर, समिति अध्यक्ष रूपसिंह लोधी, समिति संस्थापक-महासचिव लाखनसिंह लोधी, पूरनसिंह लोधी ने दीप प्रज्वलित कर पुष्पांजलि अर्पित की। इस अवसर पर उपस्थित समाज के लोगों को सम्बोधित करते हुए लाखनसिंह लोधी ने कहा कि भारत के स्वतंत्रता संग्राम में अनेक वीर वीरांगनाओं ने अदम्य साहस और शौर्य के साथ अपने प्राणों की बाजी लगाकर ब्रिटिश साम्राज्य के विरुद्ध खुला विद्रोह कर स्वतंत्रता की बलि-वेदी पर शहीद हो गए, इन्हीं शहीदों में क्रांतिवीर गुलाब सिंह लोधी का नाम शामिल है। इनका जन्म 3 मई 1903 को उन्नाव जिले के ग्राम चंद्रिका खेड़ा (फतेहपुर चौरासी) में श्रीराम रतनसिंह लोधी किसान परिवार में


हुआ था। उस समय क्रांति की लहर पूरे देश में चल रही थी। युवा होते हुए गुलाब सिंह को लगा कि क्रांति के द्वारा ही स्वतंत्रता मिल सकती है। उन दिनों 23 अगस्त 1935 को लखनऊ के अमीनाबाद पार्क में (झण्डा सत्याग्रह आन्दोलन) कार्यक्रम रखा गया था, उन्नाव जिले के कई सत्याग्रह जत्थे झण्डा फहराने के लिए गए परन्तु सिपाहियों ने उन्हें खदेड़ दिया, झण्डा नहीं फहरा सके। इन्ही एक जत्थे में वीर गुलाब सिंह लोधी भी शामिल थे। अपनी जान की परवाह न करते हुए किसी प्रकार फौजी टुकडिय़ों की नजर से बचकर पार्क में खड़े पेड़ पर चढऩे में सफल हो गए। वीर गुलाब सिंह लोधी पहले से ही अपने कपडों में एक पैना और झण्डा छुपाकर लाये थे झण्डे को उस लकड़ी (पैना) में लगाकर फहराते हुए भारत माता की जय, वन्दे मातरम् का उद्घोष करने लगे जब ब्रिटिश अधिकारियों ने देखा कि पेड़ पर कोई तिरंगा फहरा रहा है तुरंत सिपाहियों को गोली चलाने का आदेश दिया। गोलियां चलते ही पेड़ पर चढ़े क्रांतिवीर गुलाबसिंह लोधी को कई गोलियां लगीं, वे पेड़ से नीचे गिर पड़े, 23 अगस्त 1935 को क्रांतिवीर गुलाब सिंह लोधी देश की स्वतंत्रता के लिए शहीद हो गए, लखनऊ का यह पार्क झण्डा वाला पार्क के नाम से जाना जाने लगा।

इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं राजस्थान तथा हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल रहे बाबूजी माननीय श्री कल्याण सिंह के 21 अगस्त 2021 को हुए निधन पर आज 23 अगस्त 2021 को उपस्थित लोगों ने दो मिनट का मौन रखकर पुष्पांजलि अर्पित कर उनकी आत्मा की शांति के प्रार्थना की॥ बाबूजी की जनसंघ से लेकर भाजपा में अहम भूमिका रही मुख्यमंत्री रहते हुए प्रदेश में नकल अध्यादेश लाकर शिक्षा के क्षेत्र में सराहनीय कार्य किया, बदमाश और माफियाओं पर नकेल कस दी। अयोध्या में रामजन्मभूमि प्रकरण में अहम भूमिका रही या यूं कहें अयोध्या का कार्य इनके बिना सम्भव नहीं था। रामजन्म भूमि के लिए मुख्यमंत्री की कुर्सी को भी त्याग दिया था। बाबूजी सर्व समाज के सर्वमान्य नेता थे इनके जाने से इस अपूर्णनीय क्षति को पूरा करना असम्भव है, आपको कोटिश: नमन्।
इस अवसर पर मनोज बालियान जिला महामंत्री ओबीसी, जगदीश प्रसाद मण्डल उपाध्यक्ष, ओमप्रकाश लोधी, संजीव सिंह लोधी, होती लाल लोधी, वीरेन्द्र सक्सेना, भूपसिंह लोधी, नरेंद्र कुमार राजपूत, महेंद्र पाल गंगवार, मनीष शर्मा, सुनील कुमार आदि उपस्थित रहे॥

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