HEADLINES


More

देश के आम नागरिक की प्राइवेसी खतरे में है - कुमारी सैलजा

Posted by : pramod goyal on : Wednesday 21 July 2021 0 comments
pramod goyal
//# Adsense Code Here #//

 कांग्रेस की हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने इजराइली सॉफ्टवेयर पेगासस को लेकर सवाल उठाए हैं। उन्होंने पूछा कि भारत सरकार इस सॉफ्टवेयर से संबंधित सच्चाई को बाहर क्यों नहीं आने देना चाहती। काउंटर टैररिज्म तक तो ठीक है, पर देश के बाकी लोगों पर इसका इस्तेमाल करके उनकी जासूसी करने की सरकार को कौन सी जरूरत आन पड़ी थी। यह सीधे तौर पर सरकार की बड़ी नाकामी है। ऐसे में हमारे देश के गृहमंत्री अमित शाह को बिना देरी किए इस्तीफा दे देना चाहिए।

दरअसल, कुछ ही दिन पहले खुलासा हुआ है कि इजरायली जासूसी नेटवर्क के तहत इजरायली कंपनी एनएसओ के स्पाईवेयर पेगासस के जरिए दुनियाभर में पत्रकारों, व्यवसाइयों और नेताओं की जासूसी करवाई गई है। इनमें कांग्रेस नेता राहुल गांधी और उनके कई करीबियों का नाम शामिल है, वहीं देश के 40 नामी पत्रकारों और संस्थान के नाम भी हैं। इन्हीं में से लुधियाना से प्रकाशित होने वाले पहरेदार अखबार के संपादक जसपाल सिंह हेरां भी एक हैं।

बुधवार को इस मामले को लेकर कांग्रेस की हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। सैलजा ने इस सॉफ्टवेयर और इसको लेकर भारत सरकार की मंशा पर सवाल उठाए हैं। सैलजा ने कहा कि पिछले दिनों देश के 300 टॉप पॉलिटिशियंस, ज्यूडिशियरी, मीडिया हाउसेस की जासूसी एक इजराइली सॉफ्टवेयर पेगासस के जरिये करवाई गई है। कनार्टक समेत कई जगह सरकारें गिराने के लिए इसका इस्तेमाल हुआ है। जितने लोगों की जासूसी हुई है, उनकी कोई प्राइवेसी नहीं रही है। व्हाट्सऐप अकाउंट, ई-मेल तक सब हैक कर लिए गए। यह एक तरह से अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार का हनन है। बावजूद इसके 2019 से अब देश की सरकार ने इसके बारे में सच्चाई नहीं बताई। काउंटर टैररिज्म तक तो ठीक है, लेकिन यहां तो देश के आम नागरिक की प्राइवेसी खतरे में है। यह सरकार की बड़ी नाकामी है और इसके लिए गृहमंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए।



No comments :

Leave a Reply