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सबसे ज्यादा नए छात्रों का दाखिला करने वाले स्कूल मुखियाओं को सम्मानित करेगा मंच

Posted by : pramod goyal on : Friday 23 July 2021 0 comments
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 सरकारी स्कूलों के जो प्रिंसिपल,हेड मास्टर इस साल अपने स्कूल में सबसे ज्यादा नए बच्चों को दाखिला कराएंगे और वे विद्यार्थी स्कूल खुलने पर रेगुलर पढ़ाई के लिए भी आएंगे हरियाणा अभिभावक एकता मंच ऐसे  प्रत्येक कैटेगरी के शुरू के दस दस स्कूल मुखियाओं को सम्मानित करेगा। 

मंच के प्रदेश अध्यक्ष एडवोकेट ओपी शर्मा व प्रदेश महासचिव कैलाश शर्मा ने कहा है कि यह सुखद बात है कि इस बार अभिभावकों का रुझान सरकारी स्कूलों की ओर हुआ है और वे अपने

बच्चों का दाखिला सरकारी स्कूलों में करा रहे हैं। मंच ने कहा है कि एक तो अभिभावक प्राइवेट स्कूलों की मनमानी फीस से परेशान होकर और दूसरा इस उम्मीद व आशा से अपने बच्चों का दाखिला सरकारी स्कूलों में करा रहे हैं कि सरकारी स्कूलों में उनके बच्चों को प्राइवेट स्कूलों से भी अच्छी व बेहतर पढ़ाई मिलेगी। ऑल इंडिया पैरेंट्स एसोसिएशन आईपा के जिला अध्यक्ष एडवोकेट बीएस विरदी ने सभी प्रिंसिपल, हेडमास्टर व अध्यापकों से यह विनम्र अपील की है कि है वे अभिभावकों की इस उम्मीद पर खरे साबित हों। 
मंच के प्रदेश संरक्षक सुभाष लांबा ने सरकारी शिक्षा में कार्यरत सभी शिक्षाविदों से कहा है कि वे इस भ्रांति को तोड़ने का हर संभव प्रयास करें कि सरकारी स्कूलों में ठीक प्रकार से पढ़ाई नहीं होती है वे अभिभावकों को विश्वास दिलाएं कि जिन प्राइवेट स्कूलों में वे अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए  लालायित होते हैं, महंगी फीस देते हैं उन प्राइवेट स्कूलों के संचालक भी सरकारी स्कूलों में ही पड़े हैं। मंच का कहना है कि सरकारी स्कूलों में भी पेरेंट्स टीचर मीटिंग जरूर होनी चाहिए जिससे अभिभावक व अध्यापक के बीच में छात्र की पढ़ाई को लेकर संवाद बना रहे। मंच सरकारी स्कूलों के हर अच्छे कार्य में साथ है। प्रदेश महासचिव कैलाश शर्मा ने कहा है कि मंच आइपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट अशोक अग्रवाल के प्रयास से पूरे प्रदेश में सरकार व उच्च न्यायालय के माध्यम से सरकारी स्कूलों की जर्जर व कंडम हो चुकी बिल्डिंग व कमरों की जगह नई हाईटेक बिल्डिंग व कमरे बनवाने का हर संभव प्रयास कर रहा है फरीदाबाद व पलवल में 11 सरकारी स्कूलों की बहु मंजिल बन रही हाईटेक बिल्डिंग इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। अन्य स्कूलों की जर्जर व कंडम हो चुकी बिल्डिंग व कमरों की जगह नई बिल्डिंग व नए कमरे बनवाने के लिए प्रयास किया जा रहा है। 

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