जूनियर बेसिक ट्रेनिंग (JBT) टीचर भर्ती घोटाले में कैद हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला की 10 साल की सजा मंगलवार की रात को पूरी हो गई। तिहाड़ जेल प्रशासन ने चौटाला के वकील अमित साहनी को यह जानकारी दी। फिर वकील ने बताया कि चौटाला की सजा पूरी हो गई है। पैरोल पर होने के कारण वे जेल से बाहर ही है, लेकिन कुछ कागजी कार्रवाई पूरी होते ही वे आधिकारिक तौर पर रिहा हो जाएंगे। हालांकि रिहाई के बावजूद सूबे की राजनीति में कोई बड़ा बदलाव नहीं देखने को मिलने वाला, क्योंकि अगले 6 साल तक वह सक्रिय राजनीति नहीं कर सकते।
जेबीटी भर्ती घोटाले में साल 2013 में पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला को 10 साल की सजा सुनाई गई थी। साल 2018 में केंद्र सरकार ने एक नया नियम बनाया था कि 60 साल या उससे अधिक के ऐसे पुरुष कैदियों, जिन्होंने अपनी आधी सजा पूरी कर ली है, उन्हें विशेष माफी योजना के तहत रिहा किया जाएगा। बता दें कि ओमप्रकाश चौटाला हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के दादा हैं। दुष्यंत इनेलो से अलग होकर जजपा बना चुके हैं, जबकि ओमप्रकाश अभी इनेलो के ही साथ हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला ने दिल्ली हाईकोर्ट में इस नियम के आधार पर याचिका दायर की थी कि उनकी 5 साल से ज्यादा की सजा पूरी हो चुकी है। उनकी उम्र भी 89 साल है। वह अप्रैल 2013 में 60 फीसदी दिव्यांग हो चुके थे और जून 2013 में पेसमेकर लगाए जाने के बाद से वह 70 फीसदी से ज्यादा दिव्यांग हो चुके हैं।
भ्रष्टाचार के मामले में वे सात साल की सजा काट चुके हैं। इस तरह से वे केंद्र सरकार द्वारा तय की गई जल्दी रिहाई की सभी शर्तों को पूरा कर रहे हैं। इसलिए अब उनकी सजा माफ की जाए। इसी नियम के तहत उन्हें रिहाई दी जा रही है।
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