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कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर काला दिवस मनाया

Posted by : pramod goyal on : Wednesday 26 May 2021 0 comments
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 फरीदाबाद 26 मई सीटू जिला कमेटी फरीदाबाद ने राज्य कमेटी के आह्वान पर तीनों कृषि कानू एक्सनों को रद्द करने न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी देने, कृषि भूमि को निजी कंपनियों के हवाले करने के लिए बनाए गए कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर आज फरीदाबाद में अलग-अलग स्थानों पर राष्ट्रव्यापी काला दिवस मनाया।  इस मौके पर मजदूरों को संबोधित करते हुए सीटू के जिला उपाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह डंगवाल ने बताया कि आज देश के किसानों को अपनी मांगों को लेकर निरंतर संघर्ष करते हुए 6


माह बीत गए हैं। सरकार ने किसानों की मांगों का समाधान करना तो दूर की बात रही उनसे वार्तालाप करने का रास्ता भी बंद कर दिया है। सरकार देश के अन्नदाता के साथ अत्याचार कर रही हैं लगातार गिरफ्तारियां की जा रही हैं। सरकार की जन विरोधी नीतियों का देश के मजदूर कर्मचारी, और किसान लगातार विरोध कर रहे हैं। लेकिन उनकी आवाज को दबाया जा रहा है। आज भी किसान मोर्चा का बैनर और हाथों में काले व यूनियनों के झंडे ,लेकर श्रमिकों ने केंद्र व राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारे लगाए।

       उन्होंने मांग की कि तीन कृषि काले कानून वापस लो, चार लेबर कोड्स रद्द करो,  आंदोलनकारियों पर बनाए गए मुकदमे वापस लो, बिजली बिल 2020 रद्द करो , 6 माह तक सभी जरूरतमंदों को 10 किलो अनाज प्रति व्यक्ति मुफ्त दिया जाए, 7500 रुपए सभी के खातों में डाले जाएं, सभी कोरोना पिडीत व्यक्तियों का सरकार की तरफ से मुफ्त मे चिकित्सा की व्यवस्था की जाए। सभी अस्पतालों में बेड ,वेंटिलेटर, ऑक्सीजन दवाइयों ,डॉक्टरों का प्रबंध किया जाए, सार्वजनिक क्षेत्रों का निजीकरण नहीं किया जाए। खाली पड़े पदों को रेगुलर भर्ती करके भरा जाए । ठेकेदारी प्रथा पर रोक लगाई जाए। नौकरी से हटाए गए  ठेका कर्मचारियों को लगातार सेवा एवं पूरे वेतन के साथ ड्यूटी पर बहाल किया जाए. पुरानी पेंशन को बहाल किया जाए। एनपीएस पर रोक लगाई जाए।सभी कर्मचारियों और सेवानिवृत्त कर्मचारियों को महंगाई भत्ते की किस्त दी जाए। फरीदाबाद में ईएसआई डिस्पेंसरी को बंद करने पर रोक लगाई जाए। ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन के राज्य प्रधान देवी राम ने धौज गांव में इस कार्यक्रम का आयोजन किया।

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