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कर्मचारियों की मांगों को बजट सत्र में मजबूती से उठाया जाएगा - विधायक नीरज शर्मा

Posted by : pramod goyal on : Thursday 11 February 2021 0 comments
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 फरीदाबाद,11 फरवरी।


कांग्रेस पार्टी के एनआईटी विधायक नीरज शर्मा ने कहा कि कर्मियों की छंटनी, पुरानी पेंशन,डीएव एलटीसी बहाली व ठेका प्रथा समाप्त कर सभी प्रकार के कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने आदि मांगों को बजट सत्र में मजबूती से उठाया जाएगा। उन्होंने यह आश्वासन बृहस्पतिवार को  सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के बेनर तले विभिन्न विभागों के कर्मचारियों द्वारा लंबित मांगों के उनको सौंपे ज्ञापन के बाद कर्मचारियों को संबोधित करते हुए दिया। उन्होंने सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा द्वारा कर्मचारियों व मजदूरों की मांगों को निरंतरता के साथ उठाने के लिए सराहना की। सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के बेनर तले विभिन्न विभागों के सैकड़ों की तादाद में कर्मचारी सारण चौक पर एकत्रित हुए और वहां से अपनी मांगों के समर्थन और सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों के खिलाफ जुलूस की शक्ल में प्रर्दशन करते हुए नीरज शर्मा विधायक के आवास पर पहुंचे। प्रदर्शन का नेतृत्व सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष नरेश कुमार शास्त्री, जिला सचिव बलबीर सिंह बालगुहेर,उप प्रधान अतर सिंह केशवाल, प्रेस सचिव राजबेल देसवाल,खंड प्रधान करतार सिंह व रमेश चन्द्र तेवतिया आदि नेता कर रहे हैं। प्रदर्शन में किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए केन्द्र सरकार की कृषि कानूनों को रद्द न करने की हठधर्मिता की घोर निन्दा की गई।


कर्मचारियों को संबोधित करते हुए सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा व वरिष्ठ उपाध्यक्ष नरेश कुमार शास्त्री ने कहा कि जजपा ने अपने चुनाव घोषणा पत्र में ठेका प्रथा समाप्त कर ठेका कर्मियों को पक्का करने, पुरानी पेंशन बहाल करने, पंजाब के समान वेतन देने और आशा, आंगनबाड़ी व मिड डे मील वर्करों के मानदेय में बढ़ोतरी करने का वादा किया था। जिसको अभी तक पूरा नहीं किया जा सका है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार कर्मचारियों की लंबित मांगों का बातचीत से समाधान करने की बजाय बड़े पैमाने पर कर्मचारियों को नौकरी से बर्खास्त करने में जुटी हुई है। उन्होंने कहा कि सीएम के आश्वासन के बावजूद बर्खास्त पीटीआई को अभी तक एडजस्ट नही किया गया है। इतना ही नहीं ज्वाइनिंग का इंतजार कर रहे संस्कृत टीचर की भर्ती को ही रद्द कर दिया गया है। करीब 600 ड्राइंग टीचरों को बुधवार को पद मुक्त कर दिया गया है। इससे पहले सरकार अपने कार्यकाल में खेल कोटे में भर्ती हुए हजारों ग्रुप डी,नगर निगम गुरुग्राम व कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड से 65 सफाई कर्मचारियों को नौकरी से निकाल निकाल चुकी है। उन्होंने कहा कि सरकार ने प्री मेच्योर रिटायरमेंट करने, प्रमोशन व एसीपी में टेस्ट की शर्त लगाने के प्रस्ताव को मंजूरी देकर अपने मनसूबे साफ जाहिर कर दिए हैं। श्रम कानूनों को पूंजीपतियों के हकों में समाप्त कर चार लेबर कोड्स बना कर पूंजीपतियों के मजदूर वर्ग को गुलाम बनाने का औजार दे दिया है। जिसको बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।

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