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फरीदाबाद के दो सरकारी विभागों के बीच में तीसरा सरकारी विभाग पिसता हुआ नजर आ रहा है। सेक्टर 15 बिजली दफ्तर को हुडा विभाग की ओर से तुगलकी फरमान मिला है कि वह जल्द से जल्द दफ्तर की जमीन को खाली कर दें जोकि यह जमीन नगर निगम ने 1994 में बिजली विभाग को अलॉट की थी । अब इसे हुडा विभाग अपनी जमीन बता रहा है तो नगर निगम पिछले करीब 25 सालों से
इस जमीन में चल रहे बिजली दफ्तर का किराया वसूल रहा है इन दोनों सरकारी विभागों के चक्कर में बिजली विभाग के सैकड़ों कर्मचारी और लाखों उपभोक्ता परेशानी की कगार पर आकर खड़े हो गए हैं। कर्मचारियों का आरोप है कि उन्हें जानकारीी मिली है कि इस जमीन पर भाजपा का आज जिला कार्यालय बनायाा जाएगा।
सेक्टर 15 बिजली दफ्तर के सामने नारेबाजी करते हुए यह सभी बिजली विभाग में कार्यरत कर्मचारी है जिन्हें आनन-फानन में दफ्तर को खाली करने का आदेश मिला है जोकि संभव नहीं है कर्मचारियों के नेताओं का कहना है कि यह एक सोची समझी साजिश के तहत किया जा रहा है अभी तक यह साफ नहीं हुआ है कि यह जमीन नगर निगम की है या फिर हुडा विभाग की, लेकिन उन्होंने दोनों विभागों को चेतावनी दी है कि जब तक उन्हें सरकार दूसरी जगह पूरी तरह से स्थापित नहीं कर देती तब तक वह यह दफ्तर खाली करके नहीं जाएंगे ।। चाहे इसके लिए उन्हें धरने प्रदर्शन क्यों ना करने पड़े इतना ही नहीं कर्मचारियों ने कहा है कि उन्हें सूत्रों के हवाले से खबर मिली है कि इस जमीन को इसलिए खाली करवाया जा रहा है ताकि यहां पर बीजेपी का जिला कार्यालय बनाया जा सके।।
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