HEADLINES


More

संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर बृहस्पतिवार को किसानों ने ट्रैक्टर रैली निकाली

Posted by : pramod goyal on : Thursday 7 January 2021 0 comments
pramod goyal
//# Adsense Code Here #//

 फरीदाबाद,7 जनवरी।

संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर बृहस्पतिवार को किसानों ने ट्रैक्टर रैली निकाली। रैली में किसानों ने केन्द्र सरकार से बिना किसी देरी किए तीनों कृषि कानूनों व बिजली संशोधन बिल 2020 को रद्द करने की मांग की। विभिन्न गांवों के किसान अपने ट्रैक्टर-ट्रॉली के साथ आईएमटी चौक पर एकत्रित हुए और वहां से चंदावली, मच्छगर, दयालपुर, अटाली होते हुए केजीपी पर पहुंच कर अट्टा नौरंगपुर मोड़ तक ट्रैक्टर मार्च किया। इस ट्रैक्टर रैली का नेतृत्व किसान संधर्ष समिति फरीदाबाद के नेता सतपाल नरवत,नवल सिंह, प्रकाश चन्द्र, देवी सिंह लांबा, नाहर सिंह धालीवाल, बाबू बोहरे, राजीव रंजन त्यागी, किशन चहल, मास्टर महाबीर, सूबेदार पतराम ,मंगली राम, महेंद्र सिंह व रोबिन नरवत आदि कर रहे थे। ट्रैक्टर रैली में तिगांव के पूर्व विधायक ललित नागर, सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा, जिला प्रधान अशोक कुमार,खंड प्रधान करतार सिंह, रोड़वेज के प्रधान रविन्द्र नागर, राजबीर नागर, मजदूर संगठन सीटू के जिलाध्यक्ष निरंतर पराशर भी शामिल हुए। सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा किसानों को संबोधित करते हुए किसान आंदोलन का पुरजोर समर्थन का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन के समर्थन और कर्मचारियों की मांगों के प्रति घोर उपेक्षापूर्ण रवैए के खिलाफ कर्मचारी, मजदूर व किसान 12 जनवरी को डीसी आफिस का घेराव करेंगे।

आईएमटी चौक पर किसानों को संबोधित करते हुए किसान संधर्ष समिति नहर पार के संयोजक सतपाल नरवत व अखिल भारतीय किसान सभा के जिलाध्यक्ष नवल सिंह ने केन्द्र सरकार द्वारा किसान विरोधी कृषि कानूनों व बिजली संशोधन बिल 2020 को रद्द न करने की हठधर्मिता की घोर निन्दा की। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार किसानों से केवल जनता को दिखाने के लिए बातचीत कर रही है, उसमें कोई गंभीरता नही है। उन्होंने दो टूक कहा कि केंद्र सरकार जितना किसान आंदोलन को लंबा करेंगी, भाजपा के उतना ही ज्यादा राजनीतिक नुकसान झेलना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि शर्म की बात है कि करीब 60 किसान आंदोलन में शहीद हो चुके हैं, लेकिन केन्द्र एवं राज्य सरकार के किसी भी नुमाइंदे ने शोक तक व्यक्त नही किया है। इससे सरकार का किसान विरोधी चेहरे का पता चलता है। उन्होंने कहा कि किसानों के तीखे विरोध के बावजूद कारपोरेट घरानों को फायदा पहुंचाने के लिए संसद में जबरन पारित किए गए तीन कृषि कानून व बिजली संशोधन बिल 2020 किसानों के लिए डेथ वारंट है। जिसको बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि किसानों की सभी मांगे पूरी होने तक आंदोलन जारी रहेगा। 



किसान नेताओं को हिरासत में लेने की घोर निन्दा की गई।

किसान संधर्ष समिति फरीदाबाद के नेता सतपाल नरवत ने ट्रैक्टर मार्च को विफल बनाने के लिए किसान नेताओं के घरों पर पुलिस द्वारा छापेमारी करने और हिरासत में लेने की घोर निन्दा की गई। उन्होंने कहा कि ट्रैक्टर मार्च में सर्व सम्मति से निर्णय लिया की पुलिस की दमनात्मक कार्रवाई के खिलाफ शीघ्र सीपी कार्यालय पर प्रदर्शन किया जाएगा। पुलिस ने बृहस्पतिवार को बड़े सवेरे बब्लू हुड्डा को हिरासत में ले लिया और मास्टर बीरेंद्र सिंह की घर में नजरबंद कर दिया। इतना ही नहीं पुलिस ने किसान नेता सतपाल नरवत व नवल सिंह को भी गिरफ्तारी को लेकर उनके आवास पर छापेमारी की। लेकिन दोनों नेता पुलिस को चमका देकर रैली में शामिल होने में सफल रहे।


No comments :

Leave a Reply