HEADLINES


More

जे.सी. विश्वविद्यालय ने विद्यार्थियों को ट्यूशन फीस पर दी 100 प्रतिशत तक वित्तीय राहत

Posted by : pramod goyal on : Wednesday 21 October 2020 0 comments
pramod goyal
//# Adsense Code Here #//

 फरीदाबाद, 21 अक्तूबर - कोरोना महामारी के मद्देनजर वित्तीय कठिनाई का सामना कर रहे विद्यार्थियों को जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद ने ट्यूशन फीस पर 100 प्रतिशत तक की वित्तीय सहायता प्र


दान की है जोकि सरकारी क्षेत्र के किसी भी विश्वविद्यालय द्वारा की गई अपनी तरह की पहली पहल है। इस वर्ष अगस्त में विश्वविद्यालय द्वारा आर्थिक रूप से कमजोर और जरूरतमंद विद्यार्थियों के लिए जारी की गई नीति के अंतर्गत कुल 153 विद्यार्थी वित्तीय लाभ उठा चुके है। 

इस संबंध में जानकारी देते हुए कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने कहा कि कोरोना महामारी के मद्देनजर विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों के समक्ष आ रही कठिनाइयों को देखते हुए विश्वविद्यालय ने विद्यार्थियों को वित्तीय राहत प्रदान करने के लिए एक नीति बनाने की पहल की थी। इस नीति को ज्यादा से ज्यादा विद्यार्थियों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य लागू किया गया था और अब तक नीति के अंतर्गत कुल 15 लाख रुपये से अधिक का वित्तीय लाभ विद्यार्थियों को दिया जा चुका है। उन्होंने बताया कि इस राशि को विश्वविद्यालय तथा एल्युमनाई एसोसिएशन ‘माॅब’ के द्वारा संयुक्त रूप से वहन किया गया। 
नीति के तहत विश्वविद्यालय द्वारा विद्याथियों से दावे आमंत्रित किये गये थे तथा प्रत्येक मामले पर अलग से विचार किया गया। इस प्रकार, विद्यार्थियों ने मौजूदा शैक्षणिक सत्र के वर्तमान सेमेस्टर में अपनी ट्यूशन फीस में 25 से 100 प्रतिशत तक का वित्तीय लाभ उठाया। उन्होंने कहा कि ट्यूशन फीस में शत-प्रतिशत वित्तीय सहायक केवल ऐसे विद्यार्थियों को प्रदान की गई है, जिनकी वित्तीय स्थिति विश्वविद्यालय द्वारा गठित संवीक्षा समिति की जांच में अत्यंत विकट पाई गई।
डीन विद्यार्थी कल्याण प्रो. लखविंदर सिंह ने कहा कि नीति के तहत वित्तीय लाभ प्राप्त करने के लिए विद्यार्थियों को संबंधित विभागाध्यक्ष के माध्यम से आवेदन करने के लिए कहा गया था। इसके उपरांत डीन विद्यार्थी कल्याण कार्यालय को संबंधित विभागाध्यक्षों की सिफारिशों के साथ मिले विद्यार्थियों के दावे को संवीक्ष समिति, जिसमें डीन विद्यार्थी कल्याण, डीन अकादमिक मामले, वित्त नियंत्रक, संबंधित विभागाध्यक्ष, माॅब प्रतिनिधि तथा कुलपति द्वारा नामित सदस्य शामिल रहे, ने विद्यार्थियों के प्रत्येक दावे की जांच की और अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की।

No comments :

Leave a Reply