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फरीदाबाद। सिद्धपीठ महारानी श्री वैष्णोदेवी मंदिर में नवरात्रों के पांचवे दिन स्कंदमाता की पूजा अर्चना की गई। प्रात: 4:30 बजे मंदिर के पुजारियों द्वारा पूजा अर्चना कर माता रानी को प्रसाद का भोग लगाया गया। स्कंद माता को केले का भोग लगाया गया। मां स्कंद का यह प्रिय भोग माना जाता है। इसके साथ ही माता रानी को हरा रंग अति प्रिय है। मंदिर संस्थान के प्रधान जगदीश
भाटिया ने पूजा अर्चना मेे शामिल होकर विश्व के कल्याण की प्रार्थना की। इस बार ऐसा पहली बार हुआ है, जब कोरोना बीमारी के चलते मंदिर के कपाट चौबीस घंटे खोलने की बजाए पूरी तरह से बंद रखे गए हैं। कोरोना बीमारी के चलते देशभर के मंदिर, गुरूद्वारे, चर्च व मजिस्द पूर्णतया बंद हैं।
मंदिर के प्रधान जगदीश भाटिया ने कहा कि हर वर्ष नवरात्रों में मंदिर को पूरी साज सज्जा के साथ बड़े पैमाने पर भव्यता के साथ नवरात्रा पर्व आयोजित किए जाते थे। मगर इस बार कोरोना बीमारी की वजह से मंदिर को पूरी तरह से बंद रखा गया है। केवल प्रातकालीन आरती कर नवरात्रे मनाए जा रहे हैं। पांचवे नवरात्रों पर रविवार को स्कंद माता से कोरोना बीमारी को जड़ से समाप्त करने की प्रार्थना की गई। उन्होंने कहा कि नवरात्रों में माता रानी उनकी पुकार अवश्य सुनेंगी तथा पूरे विश्व को इस महामारी से निजात दिलवाएंगी। उन्होंने कहा कि वैष्णोदेवी मंदिर में सच्चे मन से अरदास करने वाले भक्तों की मनोकामना अवश्य पूर्ण होती है। इसलिए कोरोना से विश्व को मुक्ति दिलवाने की उनकी अरदास भी जल्द से जल्द पूरी होगी। श्री भाटिया ने कोरोना की वजह से लागू लॉक डाऊन का पूरी तरह से पालन करने की अपील की। उन्होंने कहा कि इस महामारी से केवल हमें सोशल डिस्टेंस ही बचा सकता है। अभी तक विश्व भर में कोरोना की दवा नहीं बनी है। इसलिए हम सोशल डिस्टेंस के जरिए ही इस बीमारी से बच सकते हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री की अपील का समर्थन करते हुए कहा कि हमें घर पर रहकर ही इस बीमारी से लडऩा होगा और माता रानी अवश्य हमें जीत दिलवाएंगी।
भाटिया ने पूजा अर्चना मेे शामिल होकर विश्व के कल्याण की प्रार्थना की। इस बार ऐसा पहली बार हुआ है, जब कोरोना बीमारी के चलते मंदिर के कपाट चौबीस घंटे खोलने की बजाए पूरी तरह से बंद रखे गए हैं। कोरोना बीमारी के चलते देशभर के मंदिर, गुरूद्वारे, चर्च व मजिस्द पूर्णतया बंद हैं।
मंदिर के प्रधान जगदीश भाटिया ने कहा कि हर वर्ष नवरात्रों में मंदिर को पूरी साज सज्जा के साथ बड़े पैमाने पर भव्यता के साथ नवरात्रा पर्व आयोजित किए जाते थे। मगर इस बार कोरोना बीमारी की वजह से मंदिर को पूरी तरह से बंद रखा गया है। केवल प्रातकालीन आरती कर नवरात्रे मनाए जा रहे हैं। पांचवे नवरात्रों पर रविवार को स्कंद माता से कोरोना बीमारी को जड़ से समाप्त करने की प्रार्थना की गई। उन्होंने कहा कि नवरात्रों में माता रानी उनकी पुकार अवश्य सुनेंगी तथा पूरे विश्व को इस महामारी से निजात दिलवाएंगी। उन्होंने कहा कि वैष्णोदेवी मंदिर में सच्चे मन से अरदास करने वाले भक्तों की मनोकामना अवश्य पूर्ण होती है। इसलिए कोरोना से विश्व को मुक्ति दिलवाने की उनकी अरदास भी जल्द से जल्द पूरी होगी। श्री भाटिया ने कोरोना की वजह से लागू लॉक डाऊन का पूरी तरह से पालन करने की अपील की। उन्होंने कहा कि इस महामारी से केवल हमें सोशल डिस्टेंस ही बचा सकता है। अभी तक विश्व भर में कोरोना की दवा नहीं बनी है। इसलिए हम सोशल डिस्टेंस के जरिए ही इस बीमारी से बच सकते हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री की अपील का समर्थन करते हुए कहा कि हमें घर पर रहकर ही इस बीमारी से लडऩा होगा और माता रानी अवश्य हमें जीत दिलवाएंगी।

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