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फरीदाबाद, 10 फरवरी।
इलेक्ट्रीसिटी इम्पलाइज फेडरेशन ऑफ इंडिया ने केन्द्र सरकार द्वारा बिजली वितरण प्रणाली के निजीकरण करने के खिलाफ राष्ट्रव्यापी आंदोलन करने का ऐलान किया है। आंदोलन के निर्णय के अनुसार 11 फरवरी को सभी राज्यों में सब डिवीजन स्तर पर विरोध सभाओं आयोजित कर प्रदर्शन किए जाऐंगे। प्रदर्शनों में केन्द्रीय आम बजट में प्रस्तावित बिजली आपूर्ति के निजीकरण और बिना प्रयाप्त फंड आवंटन किए तीन वर्षों में पुराने मीटर बदल कर स्मार्ट मीटर लगाने का पुरजोर विरोध किया जाऐगा। इसके अलावा प्रदर्शन में बिहार पुलिस द्वारा नेशनल कोआर्डिनेशन कमेटी आफ इलेक्ट्रीसिटी इम्पलाइज एंड इंजीनियर के बेनर तले 27 जनवरी को आयोजित प्रदर्शन पर किए लाठीचार्ज और उसके बाद सरकार द्वारा इंजीनियर सुरेंद्र कुमार को निलंबित करने का भी विरोध किया जाऐगा। आंदोलन का यह निर्णय ईईएफआई की होटल ग्रंड हाईवे मे फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष का. के.ओ. हबीब की अध्यक्षता में संपन्न हुई दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्य समिति की बैठक में लिया गया। मीटिंग में लिए गए निर्णय की जानकारी देते हुए फेडरेशन के महासचिव प्रशांत नंदी चौधरी व उपाध्यक्ष सुभाष लांबा ने बताया कि इसके बाद केंद्र सरकार की बिजली आपूर्ति के निजीकरण, पुरानी पेंशन बहाली, ठेका प्रथा समाप्त कर ठेका कर्मचारियों को पक्का करने,पक्का होने तक समान काम समान वेतन और सेवा सुरक्षा प्रदान करने,सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों व जन सेवाओं को बचाने के खिलाफ राष्ट्रीय स्तर जन अभियान चलाया जाऐगा। उन्होंने बताया कि आंदोलन के अगले चरण में उपभोक्ताओं को साथ मिलाकर बड़े आंदोलन का निर्णय लिया जाऐगा।
इलेक्ट्रीसिटी इम्पलाइज फेडरेशन ऑफ इंडिया ने केन्द्र सरकार द्वारा बिजली वितरण प्रणाली के निजीकरण करने के खिलाफ राष्ट्रव्यापी आंदोलन करने का ऐलान किया है। आंदोलन के निर्णय के अनुसार 11 फरवरी को सभी राज्यों में सब डिवीजन स्तर पर विरोध सभाओं आयोजित कर प्रदर्शन किए जाऐंगे। प्रदर्शनों में केन्द्रीय आम बजट में प्रस्तावित बिजली आपूर्ति के निजीकरण और बिना प्रयाप्त फंड आवंटन किए तीन वर्षों में पुराने मीटर बदल कर स्मार्ट मीटर लगाने का पुरजोर विरोध किया जाऐगा। इसके अलावा प्रदर्शन में बिहार पुलिस द्वारा नेशनल कोआर्डिनेशन कमेटी आफ इलेक्ट्रीसिटी इम्पलाइज एंड इंजीनियर के बेनर तले 27 जनवरी को आयोजित प्रदर्शन पर किए लाठीचार्ज और उसके बाद सरकार द्वारा इंजीनियर सुरेंद्र कुमार को निलंबित करने का भी विरोध किया जाऐगा। आंदोलन का यह निर्णय ईईएफआई की होटल ग्रंड हाईवे मे फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष का. के.ओ. हबीब की अध्यक्षता में संपन्न हुई दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्य समिति की बैठक में लिया गया। मीटिंग में लिए गए निर्णय की जानकारी देते हुए फेडरेशन के महासचिव प्रशांत नंदी चौधरी व उपाध्यक्ष सुभाष लांबा ने बताया कि इसके बाद केंद्र सरकार की बिजली आपूर्ति के निजीकरण, पुरानी पेंशन बहाली, ठेका प्रथा समाप्त कर ठेका कर्मचारियों को पक्का करने,पक्का होने तक समान काम समान वेतन और सेवा सुरक्षा प्रदान करने,सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों व जन सेवाओं को बचाने के खिलाफ राष्ट्रीय स्तर जन अभियान चलाया जाऐगा। उन्होंने बताया कि आंदोलन के अगले चरण में उपभोक्ताओं को साथ मिलाकर बड़े आंदोलन का निर्णय लिया जाऐगा।
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