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सूरजकुंड मेला : शनिवार की शाम, हंसी ठहाकों ने नाम

Posted by : pramod goyal on : Sunday 16 February 2020 0 comments
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फरीदाबाद,। 34वें अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड हस्तशिल्प मेले में शनिवार की शाम मुख्य चौपाल पर बिखरे हंसी ठहाकों के नाम रही। मेला समापन से पूर्व संध्या पर मुख्य चौपाल पर हास्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। हास्य कवि सम्मेलन में हरियाण विधानसभा के स्पी
कर ज्ञान चंद गुप्पा ने मुख्यअतिथि के रूप में शिरकत की और दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का आगाज किया। इस दौरान पर्यटन निगम के अतिरिक्त मंडल प्रबंधक हरविंदर सिंह यादव सहित अन्य अधिकारीण मौजूद थे। हास्य कवि सम्मेलन में देश के जाने माने हास्य कवि पद्मश्री डा. सुनील जोगी के अलावा सुरेश आवस्थी, मनजीत, पापुलर मेरठी, आजाद शत्रु तथा युसुफ भारद्वाज ने हास्य काव्य रंग से पर्यटकों को खूब गुदगुदाया। पद्मश्री हास्य कवि डा. सुनील जोगी ने अपनी हास्य व्यंग रचनाओं से पर्यटकों को मंनोरजंन कर माहौल को हंसी ठहाकों से सरोबार कर दिया। सुनील जोगी ने कार्यक्रम की शुरूआत अपनी हास्त कविता मुफलिस थे अब वजीर हो से किया। इसके अलावा उन्होंने अपनी कई हंसी के व्यंगात्मक रंगो से पर्यटकों को लोट पोट होने पर मजबूर किया। कवि सुरेश आवस्थी ने अरबो खरबों डकार गए आदि कविता से राजनीति पर कटाक्ष किया तो हरियाणा के मशहूर कवि युसूफ भारद्वाज ने हरियाणवीं में समां बांध दिया इसी प्रकार हास्य कवि पापुलर मेरठी, विभा शुक्ला, मनजीत ने भी श्रोताओं को हंसी के दरिया में डूबकी लगवाई।

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