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फरीदाबाद, 9 अक्टूबर। फरीदाबाद नगर निगम की आयुक्त सोनल गोयल मैसर्स इकोग्रीन गुरूग्राम-फरीदाबाद प्राइवेट लिमिटेड के बंधवाड़ी स्थित ठोस कचरा प्रबंधन प्लांट का आज सुबह अचानक निरीक्षण करने पहंुच गई। नगर निगम के अतिरिक्त आयुक्त विक्रम, मुख्य अभियंता
डी.आर. भास्कर, अधीक्षण अभियंता बीरेन्द्र कर्दम, स्वास्थ्य अधिकारी डा. उदयभान शर्मा, कार्यकारी अभियंता दीपक किंगर, नगर निगम गुरूग्राम के अतिरिक्त निगम आयुक्त वाई.एस0 गुप्ता, मुख्य अभियंता एन.डी. वषिष्ठ, संयुक्त आयुक्त हरीओम अत्री, कार्यकारी अभियंता सौरभ नैन, सलाहाकार रागिनी जैन और इकोग्रीन कंपनी के सीनियर वाईस प्रेजीडेंट डेविड,
वरिष्ठ महाप्रबंधक रवि त्रिवेद्वी, प्लांट हेड सुमित और कंपनी के मुख्य आप्रेषन अधिकारी राजेष भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
प्लांट का निरीक्षण करने के बाद प्लांट के परिसर में ही निग्मायुक्त की अध्यक्षता में हुई बैठक में इकोग्रीन प्रतिनिधियों ने जब बंधवाड़ी प्लांट को पर्यावरण विभाग की ओर से क्लीयरेंस होने की बात कहीं गई तो निग्मायुक्त ने इससे पहले के कार्य अभी तक शुरू न किए जाने पर गहरी नाराजगी प्रकट की। उन्होंने निगम अधिकारियों को कंपनी के कूड़ा ढोने वाले वाहनोे के मूवमेंट की जीपीएस सिस्टम से प्रतिदिन मोनिटरिंग करने के आदेष भी दिए। बैठक में कंपनी की ओर से बताया गया कि ताजा कूड़े के ट्रीटमेंट के लिए समुचित स्थान का चयन कर इसमें गत 5 अक्टूबर से 400 टन प्रतिदिन (फरीदाबाद से 200 टन तथा गुरूग्रम से 200 टन) कूड़े की ट्रीटमेंट प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और एनजीटी के आदेषानुसार पुराने कूड़े को उल्ट कर पलटना भी शुरू कर दिया गया है। इको ग्रीन की ओर से बैठक में यह भी बताया गया है कि 300 टन कूड़े को प्रतिदिन उल्ट-पुल्ट करने की क्षमता वाली तीन मषीनों में से एक मषीन 12 अगस्त तक प्लांट में पहंुच जाएगी और बाकी दो मषीनें भी 4 सप्ताह के अंदर-अंदर प्लांट में आ जाएगी। निग्मायुक्त ने बताया कि 150 किलो लीटर प्रतिदिन क्षमता वाली लीचेट शोधक प्लांट की मषीनरी और 150 लीटर प्रतिदिन की क्षमता वाली कूड़े से ईंधन बनाने की मषीन भी ठीक ढंग से कार्य करती पाई गई। इको ग्रीन कंपनी की ओर से बताया गया कि लीचेट शोधक प्लांट में डीटीआरओ सिस्टम मषीन भी लगाने के लिए आदेष दिए जा चुके है, जिससे कि अच्छे परिणाम प्राप्त हो सके और यह मषीन 8 सप्ताह में लगा दी जाएगी।
सोनल गोयल ने बताया कि लीचेट (कूड़े से निकलने/रिसने वाले गंदे पानी) को इक्टठा करने के लिए मौके पर 7 टैंक लगे हुए पाए गए जो कि 40-40 घन मीटर भरे हुए थे। उन्होंने बताया कि कूड़े की अलग-अलग छंटाई करने के लिए 500 टन प्रतिदिन क्षमता की मषीन मौके पर लग चुकी है और इसने कार्य करना शुरू भी कर दिया है। बैठक में निग्मायुक्त द्वारा निर्धारित खत्तों से कूड़ा न उठाए जाने पर नाराजगी प्रकट की गई तो इको ग्रीन की ओर से विष्वास दिलाया गया कि सभी खत्तों से दिन में दो बार कूड़ा उठाया जाएगा। इंडियन आॅयल कारपोरेषन लिमिटेड और नगर निगम फरीदाबाद के बीच हुए एग्रीमेंट की पालना में पांच टन ग्रीन बेस्ट इंडियन आॅयल कारपोरेषन लिमिटेड को भेजने के निर्देष भी निग्मायुक्त ने बैठक में दिए।
डी.आर. भास्कर, अधीक्षण अभियंता बीरेन्द्र कर्दम, स्वास्थ्य अधिकारी डा. उदयभान शर्मा, कार्यकारी अभियंता दीपक किंगर, नगर निगम गुरूग्राम के अतिरिक्त निगम आयुक्त वाई.एस0 गुप्ता, मुख्य अभियंता एन.डी. वषिष्ठ, संयुक्त आयुक्त हरीओम अत्री, कार्यकारी अभियंता सौरभ नैन, सलाहाकार रागिनी जैन और इकोग्रीन कंपनी के सीनियर वाईस प्रेजीडेंट डेविड,
वरिष्ठ महाप्रबंधक रवि त्रिवेद्वी, प्लांट हेड सुमित और कंपनी के मुख्य आप्रेषन अधिकारी राजेष भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
प्लांट का निरीक्षण करने के बाद प्लांट के परिसर में ही निग्मायुक्त की अध्यक्षता में हुई बैठक में इकोग्रीन प्रतिनिधियों ने जब बंधवाड़ी प्लांट को पर्यावरण विभाग की ओर से क्लीयरेंस होने की बात कहीं गई तो निग्मायुक्त ने इससे पहले के कार्य अभी तक शुरू न किए जाने पर गहरी नाराजगी प्रकट की। उन्होंने निगम अधिकारियों को कंपनी के कूड़ा ढोने वाले वाहनोे के मूवमेंट की जीपीएस सिस्टम से प्रतिदिन मोनिटरिंग करने के आदेष भी दिए। बैठक में कंपनी की ओर से बताया गया कि ताजा कूड़े के ट्रीटमेंट के लिए समुचित स्थान का चयन कर इसमें गत 5 अक्टूबर से 400 टन प्रतिदिन (फरीदाबाद से 200 टन तथा गुरूग्रम से 200 टन) कूड़े की ट्रीटमेंट प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और एनजीटी के आदेषानुसार पुराने कूड़े को उल्ट कर पलटना भी शुरू कर दिया गया है। इको ग्रीन की ओर से बैठक में यह भी बताया गया है कि 300 टन कूड़े को प्रतिदिन उल्ट-पुल्ट करने की क्षमता वाली तीन मषीनों में से एक मषीन 12 अगस्त तक प्लांट में पहंुच जाएगी और बाकी दो मषीनें भी 4 सप्ताह के अंदर-अंदर प्लांट में आ जाएगी। निग्मायुक्त ने बताया कि 150 किलो लीटर प्रतिदिन क्षमता वाली लीचेट शोधक प्लांट की मषीनरी और 150 लीटर प्रतिदिन की क्षमता वाली कूड़े से ईंधन बनाने की मषीन भी ठीक ढंग से कार्य करती पाई गई। इको ग्रीन कंपनी की ओर से बताया गया कि लीचेट शोधक प्लांट में डीटीआरओ सिस्टम मषीन भी लगाने के लिए आदेष दिए जा चुके है, जिससे कि अच्छे परिणाम प्राप्त हो सके और यह मषीन 8 सप्ताह में लगा दी जाएगी।
सोनल गोयल ने बताया कि लीचेट (कूड़े से निकलने/रिसने वाले गंदे पानी) को इक्टठा करने के लिए मौके पर 7 टैंक लगे हुए पाए गए जो कि 40-40 घन मीटर भरे हुए थे। उन्होंने बताया कि कूड़े की अलग-अलग छंटाई करने के लिए 500 टन प्रतिदिन क्षमता की मषीन मौके पर लग चुकी है और इसने कार्य करना शुरू भी कर दिया है। बैठक में निग्मायुक्त द्वारा निर्धारित खत्तों से कूड़ा न उठाए जाने पर नाराजगी प्रकट की गई तो इको ग्रीन की ओर से विष्वास दिलाया गया कि सभी खत्तों से दिन में दो बार कूड़ा उठाया जाएगा। इंडियन आॅयल कारपोरेषन लिमिटेड और नगर निगम फरीदाबाद के बीच हुए एग्रीमेंट की पालना में पांच टन ग्रीन बेस्ट इंडियन आॅयल कारपोरेषन लिमिटेड को भेजने के निर्देष भी निग्मायुक्त ने बैठक में दिए।
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