//# Adsense Code Here #//
चंडीगढ़। दिवाली का त्योहार नजदीक है। त्योहार पर बिकने वाली मिठाइयां का आर्डर दुकानदारों के पास पहुंचना शुरू हो गया है। अब दुकानदारों की ओर से तैयार की जाने वाली मिठाई की गुणवत्ता किस स्तर की है। इसे जांचने के लिए अफसर फील्ड में निकल पड़े हैं। लेकिन यहां खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के सामने सबसे बड़ी समस्या खुद के विभाग में अधिकारियों और कर्मचारियों की है।
इस समय प्रदेश का फूड सेफ्टी विभाग तीन नियमित फूड सेफ्टी अफसर और सात डेजिग्नेटेड ऑफिसर के भराेसे चल रहा है। ये अधिकारी और इनके अलावा पार्ट टाइम कर्मचारी ही खाद्य पदार्थों की बिक्री करने वाले दुकानों पर पहुंचकर सैंपल भरने की प्रक्रिया में जुटे हैं। वजह यह है कि वर्ष 2011 के बाद से फूड सेफ्टी विभाग में एफएसओ पद पर विभाग ने नियुक्ति नहीं हुई है। लिहाजा प्रदेश के 45 में से 42 एफएसओ के पद अाज भी खाली हैं। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि जब तक विभाग में मैन पावर की कमी पूरी नहीं होगी। तब तक जनता को स्वस्थ खानपान मुहैया कराने का दावा कितना सफल हो सकता है।
No comments :