//# Adsense Code Here #//
फरीदाबाद। नगर निगम भले ही वित्तिय ेसंकट से जूझ रहा हो, लेकिन इसके अधिकारी मालामाल है। बल्कि यह कहा जाए तो गलत नहीं होगा कि कई अधिकारी तो अरबपति तक है। इंजिनियरिंग ब्रांच में कोई भी ठेकेदार का बिल मोटे कमीशन दिए बिना पास नहीं होता। कई बार तो बिल पास करने की एवज में ठेकेदारों से 50 प्रतिशत तक कमीशन लिया जाता है। वर्ना सालों तक उनके बिल निगम के किसी कोने में धूल फांकते रहते है। इतना मोटा कमीशन देने वाला ठेकेदार किस तरह का निमार्ण कार्य करेगा, इसका अंदाजा स्वयं ही लगाया जा सकता है। ऐसा नहीं है कि निगम के उच्च अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों को इसकी जानकारी नहीं है। लेकिन वे भी सब अपना हिस्सा मिलने के कारण चुप्पी ही साधे रहते है। कई जनप्रिितनिधियों ने तो अपने रिस्तेदारों को ही ठेके दिलाए हुए है। जिनके काम का जीता जागता नमूना बल्लभगढ़ व दूसरे इलकों में बनी कं क्रीट से बनी नई सडक़ों के पत्त्थर अभी से निकलने शुरू हो गए है। जनरल कार्य को छोडकर सीएम घोषणा के कार्यों पर भी निगम अधिकारी पांच से दस प्रतिशत तक कमीशन लेने से नहीं गुरेज कर रहे है। निगम में भ्रष्टाचार का यह कोई नया धंधा नहीं है, इससे पहले भी यह सब चलता था, लेकिन पहले कमीशन कम था, जो अब बढ़ गया है और काम का स्तर भी घटिया हो गया है। भ्रष्टाचार की इस गंगा में गोते लगा रहे निगम के कई अधिकारी बेसुमार सम्पत्ति के मालिक है। लेकिन निगम अपने कर्मचारियों का वेतन तक देने के लिए हाथ ही पसारता रहता है।

No comments :