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महीनें पहले त्रिखा कॉलोनी में किडनैप और गैंगरेप मामले में कल FIR दर्ज

Posted by : pramod goyal on : Friday 17 August 2018 0 comments
pramod goyal
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फरीदाबाद: त्रिखा कॉलोनी में 10 महीनें पहले 25.09.2017 को सेक्टर-8, त्रिखा कॉलोनी, मकान नंबर-1853 में लूटपाट और मारपीट करने और त्रिखा कॉलोनी के मकान नंबर F-60 में पीड़िता को 8 दिनों तक बंधक बनाकर उसके साथ गैंगरेप करने और अश्लील वीडियो बनाने के मामले में आखिरकार 10 महीनें बाद बल्लभगढ़ महिला पुलिस थाने ने FIR दर्ज कर ली है, इस मामले में 10 लोगों को नामजद किया गया है, आज कोर्ट में पीडिता का बयान वेरीफाई किया गया.
FIR No. 0061, Date: 14 अगस्त 2018, थाना - बल्लभगढ़ महिला थाना
इस मामले में अपरहरण की साजिश रचने, मारपीट करने, बंधक बनाने और गैंगरेप एवं अश्लील वीडियो बनाने में 10 लोगों को नामजद किया गया है जिनके नाम निम्नलिखित हैं - 
1. रतन, 2. ताराचंद, 3. दीपक, 4, विनोद, 5. देशराज, 6. ब्रह्मजीत, 7. हरिकिशन, 8. कृष्णपाल, 9. गीता (कृष्णपाल की पत्नी) 10. नाथू, 11. चार-पांच अन्य
पीड़िता ने बताया कि उसे एवं उसके पति जोगिन्दर को सेक्टर-8 में किशनपाल ने अपने मकान नंबर-1853 में बुलाकर उसके 17 लाख रुपये एवं अन्य सामान छीन लिए, अपने गुंडों और परिवार वालों के साथ मिलकर उसे मारा पीटा. इसके बाद उसे एवं उसके पति को वहां से अपहरण करके मकान नंबर F-60, त्रिखा कॉलोनी में लाया गया. पहले दोनों को एक ही कमरे में बांधकर रखा गया था. दोनों को मारने का प्लान बनाया गया, इसके बाद दोनों को अलग अलग कमरे में बंद कर दिया गया. जोगिन्दर किसी तरह से अपने कमरे से भाग निकला लेकिन इस दौरान मेरे साथ दीपक एवं रतन ने गैंगरेप किया और विनोद ने वीडियो बनायी.
जोगिन्दर ने वहां से भागने के बाद पुलिस से अपनी पत्नी को छुडाने में मदद मांगी लेकिन कोई उसकी मदद को तैयार नहीं हुआ. यहाँ तक कि 100 एवं 1091 पर फोन करने पर भी उसकी मदद नहीं की गयी और उसकी पत्नी को बंधन से आजाद नहीं कराया गया. अग्रसेन चौकी वाले आये तो उन्होंने जबरजस्ती बयान लेने की कोशिश की - वीडियो में बोलो, तुम्हें यहाँ पर कोई परेशानी नहीं है. पीडिता के मना करने पर वे लोग भी वहां से चले गए.
इसके बाद जोगिन्दर तत्कालीन ACP क्राइम, राजेश चेची से मिले, उन्होंने तुरंत सेक्टर 65 क्राइम ब्रांच को फोन किया और उन्होंने पीडिता को आजाद कराया. क्राइम ब्रांच वालों ने अग्रसेन पुलिस चौकी वालों को पीडिता का मेडिकल कराने की सलाह दी लेकिन अग्रसेन चौकी वालों ने पीडिता का मेडिकल नहीं करवाया.
इसके बाद पीडिता और उसका पति न्याय के लिए इधर से उधर भटकते रहे, दो बार तत्कालीन पुलिस कमिश्नर हनीफ कुरैशी से मिली, उन्होंने कार्यवाही का भरोसा दिया लेकिन कुछ नहीं हुआ, उसके बाद वह वर्तमान पुलिस कमिश्नर अमिताभ सिंह ढिल्लों से मिली, उन्होंने जांच का भरोसा दिया लेकिन कुछ नहीं हुआ. इसी सब में 10 महीना बीत गया. हाल ही में मीडिया ने जब इस मामले को उठाया तो सीपी के आदेश पर बल्लभगढ़ महिला थाने ने FIR दर्ज की है. इस मामले में 10 को नामजद किया गया है जबकि 4-5 अन्य लोग हैं.

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