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फरीदाबाद, 7 अगस्त। सामाजिक एवं धार्मिक संगठन की चेयरपर्सन डा. राधा नरूला ने कहा कि भाजपा राज में फरीदाबाद औद्योगिक नगरी की जगह शराब की नगरी में तब्दील हो गया है। जहां पहले फरीदाबाद शहर को औद्योगिक हब के रूप में जाना जाता था और दूर-दूर से लोग रोजगार लेने के लिए फरीदाबाद शहर में आते थेू, वहीं आज जगह-जगह शराब के ठेके खुले हैं। चाहे स्कूल हो, कॉलेज हो या धार्मिक स्थल आंखे खुलते ही शराब की दुकान के दर्शन हो जाते हैं। इसी
मुद्दे को लेकर मंगलवार को धार्मिक एवं सामाजिक संगठन की एक महत्वपूर्ण बैठक दशहरा मैदान स्थिति कार्यालय में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता प्रधान जोगेन्द्र चावला एवं दर्शनलाल मलिक ने की। बैठक में निर्णय लिया गया कि शराब के ठेकों को लेकर वो जिला उपायुक्त से मिलेंगे और जो भी शराब के ठेके अवैध स्थानों पर यानि निर्धारित मापदंडों के आधार पर नहीं हैं, उनके खिलाफ कार्यवाही की मांग करेंगे। संगठन की चेयरपर्सन डा. राधा नरूला ने कहा कि फरीदाबाद में स्कूल, कॉलेज, मंदिर, मस्जिद एवं गुरूद्वारों के आगे ठेके खुले हैं, जिनसे न केवल बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है, अपितु लोगों को धार्मिक भावनाओं के साथ भी खिलवाड़ किया जा रहा है। राधा नरूला ने कहा कि हमें अपने शहर की युवा पीढ़ी को बचाना है तो शराब के अवैध कारोबार को बंद कराना होगा। उन्होंने कहा कि हम सरकार के राजस्व के खिलाफ नही है, लेकिन शहर की युवा पीढ़ी के भविष्य के साथ खिलवाड़ भी नही चाहते हैं। उन्होंने कहा कि शराब के अवैध कारोबार और जगह-जगह खुले शराब के अवैध ठेको और आहातो से महिलाओं का जीना दूभर हो रहा है। उन्होंने कहा कि अगर जिला उपायुक्त ने इनके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की तो वो मुख्यमंत्री से मिलकर इसकी शिकायत करेंगे। धार्मिक एवं सामाजिक संगठन के प्रधान जोगेन्द्र चावला ने कहा कि हम सरकार मांग करते हैं कि ठेकों की मनमानी पर रोक लगाई जाए और दिल्ली की तरह इनका समय निर्धारित किया जाए। अक्सर देखने में आता है कि फरीदाबाद में सुबह 6 बजे से ही ठेके खुल जाते हैं और पूरी रात खुले रहते हैं, इनका कोई समय निश्चित नहीं है।
मुद्दे को लेकर मंगलवार को धार्मिक एवं सामाजिक संगठन की एक महत्वपूर्ण बैठक दशहरा मैदान स्थिति कार्यालय में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता प्रधान जोगेन्द्र चावला एवं दर्शनलाल मलिक ने की। बैठक में निर्णय लिया गया कि शराब के ठेकों को लेकर वो जिला उपायुक्त से मिलेंगे और जो भी शराब के ठेके अवैध स्थानों पर यानि निर्धारित मापदंडों के आधार पर नहीं हैं, उनके खिलाफ कार्यवाही की मांग करेंगे। संगठन की चेयरपर्सन डा. राधा नरूला ने कहा कि फरीदाबाद में स्कूल, कॉलेज, मंदिर, मस्जिद एवं गुरूद्वारों के आगे ठेके खुले हैं, जिनसे न केवल बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है, अपितु लोगों को धार्मिक भावनाओं के साथ भी खिलवाड़ किया जा रहा है। राधा नरूला ने कहा कि हमें अपने शहर की युवा पीढ़ी को बचाना है तो शराब के अवैध कारोबार को बंद कराना होगा। उन्होंने कहा कि हम सरकार के राजस्व के खिलाफ नही है, लेकिन शहर की युवा पीढ़ी के भविष्य के साथ खिलवाड़ भी नही चाहते हैं। उन्होंने कहा कि शराब के अवैध कारोबार और जगह-जगह खुले शराब के अवैध ठेको और आहातो से महिलाओं का जीना दूभर हो रहा है। उन्होंने कहा कि अगर जिला उपायुक्त ने इनके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की तो वो मुख्यमंत्री से मिलकर इसकी शिकायत करेंगे। धार्मिक एवं सामाजिक संगठन के प्रधान जोगेन्द्र चावला ने कहा कि हम सरकार मांग करते हैं कि ठेकों की मनमानी पर रोक लगाई जाए और दिल्ली की तरह इनका समय निर्धारित किया जाए। अक्सर देखने में आता है कि फरीदाबाद में सुबह 6 बजे से ही ठेके खुल जाते हैं और पूरी रात खुले रहते हैं, इनका कोई समय निश्चित नहीं है।
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