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सरकार 24 मई के फैसले को हूबहू लागू करे - पालिका कर्मचारी

Posted by : pramod goyal on : Friday, 3 August 2018 0 comments
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फरीदाबाद, 3 अगस्त। सरकार 24 मई के फैसले को हूबहू लागू करे अन्यथा स्थानीय निकायों के कर्मचारी दोबारा राज्यव्यापी हड़ताल करने के लिए मजबूर होंगे ये
चेतावनी। आज नगर निगम मुख्यालय के समक्ष कर्मचारियों की विशाल सभा को सम्बोधित करते हुए नगरपालिका कर्मचारी संघ, हरियाणा के राज्य प्रधान नरेश कुमार शास्त्री ने दी। श्री शास्त्री ने कहा कि सरकार ने नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के साथ विगत 24 मई को विभाग से ठेका प्रथा समाप्त करने, 15 हजार रुपये वेतन देने, फायर के कर्मचारियों को ठेके प्रथा से मुक्त कर विभाग के रोल पर रखने, फायर ऑपरेटरों की होने वाली नियमित भर्ती प्रकिया पर रोक लगाने, नियमितिकरण के लिए बनाई गई कमेटी मानसून सत्र से पहले अपनी रिपोर्ट सरकार को भेजे ताकि निकायों के कर्मचारियों को भी नियमितिकरण के बनाये जाने वाले कानून में शामिल किया जा सके। समान काम समान वेतन लागू करने, पुरानी अनुग्रहपूर्वक रोजगार योजना लागू करने सहित फैसले में मानी गई मांगो को सरकार  8 अगस्त तक लागू करें।
गौरतलब है कि निगम कर्मचारियों ने आज लगातार दूसरे दिन भी काले बिल्ले लगाकर विरोध प्रदर्शन किया। आज के प्रदर्शन की अध्यक्षता महिला नेता ब्रजवती, कमला, माया, शकुन्तला, कमलेश, सुनीता ने संयुक्त रूप से की। मंच का संचालन कर्मी नेता प्रकाश प्रचारी ने किया।
नगर निगम सफाई कर्मचारी यूनियन के प्रधान बलवीर सिंह बालगुहेर ने कहा कि सरकार द्वारा आदेशों के बावजूद भी कच्चे कर्मचारियो के वेतन से काटा गया ईएसआई व ईपीएफ  की राशि कर्मचारियों के खातों में जमा नहीं की गई है तथा पालिकाओं में अभी भी ठेकेदारों का शोषण बदस्तूर जारी हैं। आऊट सोर्सिंग पर लगे कर्मचारियों का दो माह का वेतन अभी तक जारी नहीं किया गया। जिस कारण उन्हें अपने परिवार का भरण-पोषण करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। नगर निगम के अधिकारी सफाई कर्मचारियों के ऊपर बायोमैट्रिक मशीन लगाने का फरमान तो जारी कर रहे है परन्तु नगर निगम के सफाई कर्मचारियों के पास आज तक न तो हाथ रेहड़ी है, न कूड़ा उठाने के लिए रिक्शों का प्रबंध है और न ही झाडू व अन्य सफाई का सामान तक नहीं है क्यों इतनी महंगी बायोमेट्रिक मशीन खरीदने के लिए अधिकारियों पैसे है किन्तु काम के लिए नहीं है। कर्मचारियों का अभी तक न तो एलटीसी का भुगतान किया गया और न ही कच्चे कर्मचारियों के एरियर का भुगतान नहीं किया गया साथ ही साथ उनके तेल व साबुन का भी भुगतान नहीं किया जा रहा है।

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