सरकार 1 फरवरी से कक्षा 6 से 8 के छात्रों के लिए भी स्कूल खोलने जा रही है। इसके बाद प्राइमरी छात्रों के लिए भी स्कूल खोलने की घोषणा की गई है। हरियाणा अभिभावक एकता मंच ने इसे प्राइवेट स्कूल संचालकों का दबाब बताया है जिससे वे छात्रों के अभिभावकों से बढ़ाई गई गैरकानूनी ट्यूशन फीस व प्रतिबंधित किए गए फंड जैसे एडमिशन फीस, एनुअल चार्ज, ट्रांसपोर्ट फीस, कंप्यूटर फीस आदि वसूल सकें। मंच के प्रदेश महासचिव कैलाश शर्मा व जिला सचिव डॉ मनोज शर्मा ने कहा है कि अगर ऐसा हुआ तो मंच दोषी स्कूलों के खिलाफ लीगल कार्रवाई करेगा। मंच ने अभिभावकों से कहा है कि वे स्कूलों की किसी भी गैर कानूनी बात को ना मानें। पंजाब एंड हाई कोर्ट व शिक्षा विभाग ने जो फैसला दिया है कि स्कूल प्रबंधक सिर्फ गत वर्ष की ही बिना बढ़ाई गई ट्यूशन फीस वसूलें इसके अलावा अन्य किसी फंड में एक पैसा भी ना लें, यह ट्यूशन फीस भी वे स्कूल लेने के हकदार होंगे जिन्होंने ऑनलाइन पढ़ाई छात्रों को कराई है।मंच ने पेरेंट्स से कहा है कि जिस महीने से स्कूल में पढ़ाई शुरू हुई है उसी महीने से बिना बढ़ाई गई ट्यूशन फीस ही जमा कराएं।इसके अलावा गैरकानूनी फीस व फंड्स जमा ना कराएं।ऑफलाइन पढ़ाई कराने वाले स्कूलों को पिछले महीनों की फीस ना दें। यदि स्कूल वाले दबाव डालते हैं तो तुरंत इसकी लिखित शिकायत चेयरमैन फीस एंड फंड रेगुलेटरी कमेटी कम मंडल कमिश्नर फरीदाबाद व मंच के जिला कार्यालय चेंबर नंबर 56 जिला कोर्ट फरीदाबाद में करें ।मंच उनकी पूरी मदद करेगा।
सरकार प्राइवेट स्कूल संचालकों के दबाव में स्कूल खोल रही है,जिससे वे गैरकानूनी फीस वसूल सकें ,,,,,,,,,,,,,मंच
Posted by :
pramod goyal
on :
Thursday 21 January 2021
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